EC reprimanded Mallikarjun Kharge: चुनाव आयोग ने शुक्रवार को कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे को फटकार लगाई। आयोग ने वोटिंग पर्सेट जुड़े डेटा में गड़बड़ी का आरोप लगाने पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है। खड़गे के दावे मौजूदा लोकसभा चुनाव के दौरान मतदान प्रतिशत के आंकड़े जारी करने को लेकर थे। आयोग ने कहा है कि खड़गे के बयान भ्रम पैदा करने वाले हैं और चुनावी प्रक्रिया को बाधित कर सकते हैं।
वोटिंग से जुड़े डेटा जुटाने और देनें में नहीं हुई चूक: EC
बता दें कि खड़गे ने INDI गठबंधन में शामिल पार्टियों को लिखी एक चिट्ठी में लिखा था कि चुनाव आयोग की विश्वसनीय मौजूदा समय में सबसे कम है। कांग्रेस अध्यक्ष ने वोटर टर्नआउट के आंकड़ों पर सवाल उठाए थे। इस पर आयोग ने कड़ी आपत्ति जताते हुए खड़गे पर स्वतंत्र और निष्पक्ष चुनाव कराने में बाधा डालने की कोशिश करने का आरोप लगाया है। आयोग ने साफ तौर पर कहा है कि वोटिंग से जुड़े डेटा को जुटाने और इसे लोगों तक पहुंचाने में किसी भी तरह की कोई चूक नहीं हुई है।
खड़गे की ओर लगाए गए आरोप भ्रम फैलाने वाले
आयोग ने कहा है कि कांग्रेस अध्यक्ष ने चुनाव के बीच वोटर टर्नआउट डेटा को लेकर निराधार आरोप लगाए हैं। यह मतदाता भागीदारी पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकते हैं। साथ ही इससे चुनाव मशीनरी को हतोत्साहित हो सकते हैं। आयोग ने कहा है कि ऐसा लगता है कि खड़गे ने जानबूझक आंतरिक पत्राचार को सार्वजनिक किया है। इससे भ्रम और गलत पैदा करने की उनकी मंशा उजागर हुई। चुनाव आयोग ने कहा है कि आयोग की ओर से जारी किए जाने वाले वोटिंग के अपडेटेडट आंकडें हमेशा वोटिेंग के दिन जारी किए गए डेटा से ज्यादा होता है।
आयोग ने खड़गे के सभी आरोपों का बिंदुवार खंडन किया
खड़गे के आरोपों को बिंदुवार बताते हुए चुनाव आयोग ने प्रत्येक दावे का खंडन किया है। आयोग ने स्पष्ट किया है कि वोटर टर्नआउट डेटा जारी करने में कोई देरी नहीं हुई थी। चुनाव आयोग ने अपने दावों को सही बताते के लिए पिछले चुनावों का तथ्यात्मक मैट्रिक्स भी सामने रखा है। आयोग ने कहा है कि वह निष्पक्ष और पारदर्शी तरीके से चुनाव कराने के अपने मूल सिद्धांत के प्रति प्रतिबद्ध है। आयोग ने कहा है कि पहले और मौजूदा चुनाव के दौरान कांग्रेस द्वारा आयोग को लेकर गैर जिम्मेदाराना बयान देने का पैटर्न देखा गया है। यह चिंताजनक है।