DU Literature Festival: भारतीय चुनाव प्रक्रिया में विदेशी फंडिंग के मामले में विदेश मंत्री एस जयशंकर ने चिंता जताई है। शनिवार (22 फरवरी) को दिल्ली विवि के साहित्य महोत्सव को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, कहा, आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप का गंभीर मामला है। देश को पता होना चाहिए कि क्या कुछ लोग दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों से जुड़े थे।
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि यूनाइटेड स्टेट्स एजेंसी फॉर इंटरनेशनल डेवलपमेंट (यूएसएआईडी) द्वारा भारत सहित दुनियाभर के चुनावों में की जा रही यह फंडिंग अमेरिकी सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) ने रद्द कर दी है। भारत में 182 करोड़ रुपए (21 मिलियन डॉलर) खर्च किए जाते थे।
निश्चित उद्देश्य के लिए चल रहीं ऐसी गतिविधियां
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि ट्रम्प प्रशासन के लोगों ने कुछ जानकारी दी है। निश्चित ही यह चिंताजनक है। ऐसी गतिविधियां एक निश्चित उद्देश्य और विचारधारा को आगे बढ़ाने के लिए की जाती हैं। जयशंकर ने कहा, अमेरिकी प्रशासन द्वारा जारी की गई जानकारी की जांच करने की जरूरत है।
दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों में कौन लोग शामिल
विदेश मंत्री एस जयशंकर ने बताया कि USAID को सद्भावनापूर्ण गतिविधियों के लिए भारत में आने की अनुमति दी गई थी, लेकिन यदि ऐसी गतिविधियां हैं जो दुर्भावनापूर्ण हैं तो निश्चित ही यह जांच का विषय है। देश को यह भी पता होना चाहिए कि दुर्भावनापूर्ण गतिविधियों में कौन-कौन लोग शामिल थे?
आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप
विदेश मंत्री ने कहा, सरकार मामले की जांच कर रही है। जल्द ही इसके तथ्य सामने आएंगे। ऐसे संगठनों का दायित्व है कि वह सहयोग करें। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा, सरकार यूएसएआईडी द्वारा चुनावी फंडिंग की रिपोर्ट की जांच कर रही है। आंतरिक मामलों में विदेशी हस्तक्षेप का यह बेहद संवेदनशील मामला है। इसलिए इससे जुड़े संगठनों का भी दायित्व है कि वह जांच में सहयोग करें।