Fresh violence in Manipur Moreh : मणिपुर में हिंसा में शनिवार को हिंसा का ताजा मामला सामने आया। मणिपुर के मोरेह टाउन में एक एक अज्ञात हथियारबंद हमलावर ने पुलिस कमांडो को लेकर जा रहे काफिले पर हमला किया। यह काफिला मोरेह से की लोकेशन प्वाइंट (KLP) की ओर जा रहे थे। हमला एम चह्नौ गांव से गुजरते वक्त किया गया। इस गोलीबाड़ी में एक कमांडो जख्मी हो गया। जख्मी पुलिस कमांडो का 5 असम राइफल में इलाज किया जा रहा है।
कदनबंग में विलेज गार्ड की हत्या
फिलहाल एम चह्नौ गांव के एंट्रेस पर शनिवार देर शाम तक अंधाधुंध फायिरंग हुई। मोरेह में दो घरों को आग के हवाले कर दिया गया है। इससे पहले मणिपुर के कदनगबंद इलाके में भी हिंसा हुई। यह इम्फाल वेस्ट जिले में आता है। यहां पर हमलावरों ने एक विलेज गार्ड को गोली मार दी। स्थानीय मीडिया के मुताबिक यह घटना शनिवार सुबह घटी। मृतक की पहचान जेम्सबॉन्ड निंगोम्बम के रूप में की गई है। पास की पहाड़ी से आए कुछ उग्रवादियों ने उसे निशाना बनाया। कदनगबंद की सीमा कांगपोकपी जिले से लगती है। यहां पर इस साल 3 मई के बाद से कई बार हिंसा भड़क चुकी है।
CM बीरेन सिंह बोले- दोषियों को नहीं बख्शेंगे
मणिपुर के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने शनिवार को कहा कि कुछ शरारती तत्व राज्य में शांति भंग करना चाह रहे हैं। यह दुर्घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। हम इसकी निंदा करते हैं। अपराधियों को पकड़ने के लिए कॉम्बिंग ऑपरेशन चलाया जा रहा है। हम हमलावरों को नहीं बख्शेंगे। कई सिविल सोसाइटी ग्रुप राज्य में शांति बहाल करने की पूरी कोशिश कर रहे हैं। हम बातचीत करके इस मुद्दे को शांतिपूर्ण ढंग से हल करने की कोशिश करेंगे।
मणिपुर में सामने आई हिंसा की कई घटनाएं
मणिपुर में बहुसंख्यक मैतेई और अल्पसंख्यक कुकी आदिवासियों के बीच इस साल मई में हिंसा भड़की थी। इसमें 175 लोगों की मौत हो गई और हजारों लोग घायल हुए। हिंसा इतने बड़े पैमाने पर भड़की कि सेना और अर्द्धसैनिक बल तक को उतारना पड़ा था। इसमें 60 हजार से ज्यादा लोगों को अपना घर छोड़ने के लिए मजबूर होना पड़ा। इसके बाद से ही मणिपुर में दोनों समुदायों के बीच हिंसा की छिटपुट घटनाएं सामने आ रही है। इस दौरान उग्रवादी समूहों द्वारा सुरक्षाबलों को भी निशाना बनाया गया है।