Kashmir Kulgam Encounter:कश्मीर के कुलगाम जिले में को दो अलग-अलग जगहों पर बीते 20 घंटों से जारी मुठभेड़ों में सुरक्षाबलों (Security Forces) ने छह आतंकियों (Terrorists) को मार गिराया है। वहीं, दो जवान भी शहीद हो गए। इस एनकाउंटर ऑपरेशन (Encounter Operation) में सेना और जम्मू-कश्मीर पुलिस की जॉइंट टीम अंजाम दे रही है। ऑपरेशन अभी जारी है। मुदरघम गांव में पहली मुठभेड़ में लांस नायक प्रदीप नैन शहीद हुए। फ्रिसल के चिंगम गांव में दूसरी मुठभेड़ में हवलदार राज कुमार शहीद हो गए।
जम्मू कश्मीर (Jammu and Kashmir) के पुलिस महानिरीक्षक ने एनकांउटर साइट का दौरा किया। उन्होंने बताया कि ऑपरेशन फिलहाज जारी रखा जाएगा। बता दें कि इससे पहले, जून में डोडा और उरी में भी सेना और पुलिस की टीम ने एनकाउंटर में तीन आतंकियों को मार गिराया था।
#WATCH | Kulgam, Jammu and Kashmir: Encounter underway between terrorists and security forces in Frisal Chinnigam area of Kulgam district.
— ANI (@ANI) July 7, 2024
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मुदरघम गांव में पहला मुठभेड़
मुदरघम गांव में शनिवार दोपहर को पहली मुठभेड़ शुरू हुई, जहां लांस नायक प्रदीप नैन शहीद हो गए। सुरक्षाबलों ने खुफिया सूचना के आधार पर ऑपरेशन चलाया था, जिसमें दो से तीन आतंकियों को घेर लिया गया था। कश्मीर जोन पुलिस ने साेशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस मुठभेड़ की जानकारी दी।
फ्रिसल चिंगम गांव में दूसरी मुठभेड़
शाम को फ्रिसल के चिंगम गांव में दूसरी मुठभेड़ शुरू हुई, जिसमें 01 राष्ट्रीय राइफल्स के हवलदार राज कुमार शहीद हो गए। सुरक्षाबलों को इलाके में लश्कर समूह के आतंकियों की मौजूदगी की सूचना मिली थी। आतंकियों ने एक घर में छिपकर गोलीबारी शुरू की, जिसके बाद मुठभेड़ शुरू हो गई।
आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन जारी रहेगा
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक वीके बिर्धी ने मुठभेड़ स्थल का दौरा किया और कहा कि आतंकवाद विरोधी ऑपरेशन जारी रहेगा। ड्रोन फुटेज में चार आतंकियों के शव दिखे हैं। बता दें कि बीते एक महीने में सुरक्षाबलों ने 10 आतंकियों को मार गिराया है।
आतंकियों को मारने वाले पुलिकर्मियों को सम्मान
26 जून को डोडा जिले के गंडोह इलाके में तीन आतंकियों को मार गिराने वाले एसपीओ को डीजीपी आर.आर. स्वैन ने नियुक्ति पत्र सौंपकर सम्मानित किया। स्वैन ने कहा कि जनता को ऑपरेशन में आतंकियों को मार गिराने वाले और जनता को सुरक्षित रखने वाले पुलिस कर्मियों को प्रोत्साहित करने के लिए उन्हें कांस्टेबल के रूप में भर्ती किया जाता है।