Lok Sabha Election 2024: कांग्रेस को गुरुवार को एक बार फिर से बड़ा झटका लगा। केरल के पूर्व सीएम और कांग्रेस के कद्दावर नेताके करुणाकर की बेटी पद्मजा वेणुगोपल बीजेपी में शामिल हो गई। इसके बाद पद्मजा के भाई और कांग्रेस सांसद के मुरलीधरन ने कहा कि कहा कि हमें धोखा मिला है। बीजेपी जॉइन करने से पहले पद्मजा ने कांग्रेस की प्राथमिक सदस्यता से इस्तीफा दे दिया।
क्या बोले पद्मजा के सांसद भाई
इससे पहले बुधवार को पद्मजा ने अपना एक फेसबुक पोस्ट डिलीट कर दी थी। इसमें पद्मजा ने कांग्रेस छोड़ने से जुड़ी खबरों को खारिज किया था। इस बीच पद्मजा के भाई और कांग्रेस सांसद के मुरलीधरन ने अपनी बहन के पार्टी छोड़ने पर नारजगी जाहिर की। मुरलीधरन ने कहा कि पद्मजा से हमें धोखा मिला है। हालांकि इससे बीजेपी को रत्ती भर फायदा नहीं मिलने वाला है।
#WATCH | Congress leader Padmaja Venugopal, daughter of Congress veteran and former Kerala Chief Minister K Karunakaran, joins the Bharatiya Janata Party in Delhi pic.twitter.com/mGXrJPEF2W
— ANI (@ANI) March 7, 2024
'हम बीजेपी को तीसरे नंबर पर धकेल देंगे'
मुरलीधरन ने कहा कि मेरे पिता करुणाकरण ने कभी भी संप्रदायिक ताकतों के साथ समझौता नहीं किया। उनके परिवार के किसी सदस्य का बीजेपी में शामिल होना से सेक्युलर माइंडसेट वाले लोगों के लिए झटका है। हालांकि पद्मजा को पार्टी में लेने से बीजेपी को कोई फायदा नहीं होने वाला है। इससे लड़ने के प्रति हमारे समर्पण पर भी कोई फर्क नहीं पड़ने वाला है। हम बीजेपी को तीसरे स्थान पर धकेल देंगे। इस धोखे का जवाब ईवीएम के जरिए दिया जाएगा।
On joining BJP in Delhi, Padmaja Venugopal says, "I am so happy. For the first time, I am changing my party as I was not happy with Congress for so many years. I had complained to the party high command but there was no response. I even came to see the leadership but they didn't… pic.twitter.com/JFPkgFKUdL
— ANI (@ANI) March 7, 2024
कांग्रेस से नाराज चल रही थीं पद्मजा
बताया जा रहा है कि पद्मजा कथित तौर पर कांग्रेस केंद्रीय नेतृत्व की ओर से दरकिनार किए जाने के कारण पार्टी से नाराज थी। पद्मजा ने त्रिशूर विधानसभा सीट से चुनाव लड़ा था, हालांकि जीत नहीं पाई थी। मुरलीधरन ने कहा कि पद्मजा को केरल में तीन-तीन बार टिकट दिया गया लेकिन वह एक भी चुनाव नहीं जीत सकीं। इसलिए इन दावों को सही नहीं ठहराया जा सकता कि पार्टी के ही लोगों ने उसे हराने की कोशिश की।