Parliament Budget Session Live updates: संसद के बजट सत्र में सोमवार (3 फरवरी) को प्रयागराज में हुए महाकुंभ भगदड़ पर भारी हंगामा हुआ। विपक्षी दलों ने भगदड़ में हुई 30 लोगों की मौत को लेकर सरकार से जवाब मांगा। लोकसभा में 'कुंभ पर जवाब दो' के नारे गूंजते रहे, जबकि विपक्षी सांसद वेल में आकर विरोध जताने लगे। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने खास तौर पर इस मुद्दे पर सरकार को घेरा और मृतकों की सूची जारी करने की मांग की। विपक्ष ने आरोप लगाया कि उत्तर प्रदेश सरकार मृतकों की वास्तविक संख्या छिपा रही है। इस मुद्दे पर विवाद बढ़ने के बाद कांग्रेस समेत दूसरी विपक्षी पार्टियां सदन से वॉकाउट कर गईं। हालांकि, करीब घंटे भर बाद विपक्षी पार्टियां सदन में लाैटीं और बहस शुरू हुई।
Live Updates:
- मेक इन इंडिया पहल में फेल हुए पीएम मोदी
राहुल गांधी ने कहा कि सरकार ने उत्पादन बढ़ाने के लिए मेक इन इंडिया पहल शुरू किया। इसका नतीजा आपके सामने है। 2014 में मैनुफैक्चरिंग जीडीपी 15.3% से गिरकर आज जीडीपी के 12.6% पर आ गया है, जो 60 वर्षों में मैनुपैक्चरिंग का सबसे कम हिस्सा है। मैं प्रधानमंत्री को दोष नहीं दे रहा हूं, यह कहना उचित नहीं होगा कि उन्होंने काेशिश नहीं किया। मैं कह सकता हूं कि प्रधानमंत्री ने कोशिश की लेकिन वह इसमें असफल रहे।
- बेरोजगारी की समस्या का हल नहीं मिल सका है
राहुल गांधी ने कहा कि पहले हम तेजी से बढ़ रहे थे,अब हमारे आगे बढ़ने की रफ्तार कम हो गई है। बेरोजगारी एक ऐसी समस्या है जो हमेशा से बरकरार है। हम इससे निपटने में सक्षम नहीं हो पाए हैं। न तो यूपीए सरकार और न ही मौजूदा एनडीए सरकार ही इस देश के युवाओं को रोजगार के बारे में कोई स्पष्ट जवाब दे पाई है।
- राष्ट्रपति के भाषण पर राहुल गांधी ने क्या कहा?
लोकसभा में विपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने राष्ट्रपति के भाषणा पर जवाब दिया। राहुल गांधी ने कहा कि मुझे कहना होगा कि राष्ट्रपति के अभिभाषण के दौरान जो कुछ भी कहा गया उसे समझने में मुझे कठिनाई हुई, क्योंकि मैंने पिछली बार भी लगभग इसी तरह का राष्ट्रपति का अभिभाषण सुना था। ऐसा लग रहा था कि यह सरकार की ओर से किए गए काम की लिस्ट है।
- रविशंकर प्रसाद ने दिया महाकुंभ भगदड़ पर जवाब
लोकसभा में बिहार के पटना साहिब से भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद ने महाकुंभ भगदड़ पर विपक्ष के सवालों के जवाब दिए। रविशंकर प्रसाद ने कहा कि महाकुंभ में हुई घटना की जांच चल रही है। जांच से हमें साजिश की बू आ रही है। जब पूरी जांच हो जाएगी तो घटना के पीछे जो लोग थे, उन्हें शर्म से सिर झुकाना पड़ेगा।
- विपक्षी पार्टियां लौटीं, सदन की कार्यवाही में लिया हिस्सा
वॉकआउट से लौटने के बाद विपक्षी पार्टियों ने लोकसभा की चर्चा में हिस्सा लिया। सदन में लोकसभा स्पीकर ने संक्षिप्त उत्तरों के साथ विपक्षी सांसदों के 18 सवाल लिए। प्रश्नकाल के दौरान मंत्रियों ने इन सवालों का जवाब दिया। बता दें कि आम तौर पर सदन में विपक्षी सांसदों के 20 सवालों को लिस्ट किया जाता है। - लोकसभा अध्यक्ष ने की शांति बनाए रखने की अपील
लोकसभा अध्यक्ष ओम बिड़ला ने सदन में व्यवस्था बनाए रखने की अपील की, लेकिन विपक्षी सांसदों ने विरोध जारी रखा। इस पर ओम बिरला ने नाराज होते हुए कहा कि आप लोगों को जनता ने सवाल पूछने के लिए संसद भेजा है या मेज तोड़ने के लिए। अगर आपको मेज तोड़ने के लिए यहां भेजा गया है तो आप और भी जोर से मारें। संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने भी सांसदों से शांति बनाए रखने और मुद्दे को सही तरीके से उठाने की अपील की। हालांकि, विपक्ष इस मुद्दे पर तुरंत बहस की मांग कर रहा था। कांग्रेस और सपा ने उत्तर प्रदेश सरकार पर आरोप लगाया कि वह महाकुंभ में भगदड़ की जिम्मेदारी लेने से बच रही है।
- स्पीकर ने कहा- प्रश्नकाल में दूसरे मुद्दों की चर्चा नहीं
लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को शांत करने की कोशिश करते हुए कहा, "राष्ट्रपति जी ने अपनी स्पीच में महाकुंभ का भी जिक्र किया है। अभी प्रश्नकाल है, इसलिए इस समय किसी अन्य विषय पर चर्चा नहीं हो सकती।" इसके बावजूद विपक्षी सांसद हंगामा करते रहे और सरकार से मौतों का सही आंकड़ा जारी करने की मांग करते हुए नारेबाजी की।
- रूस का प्रतिनिधिमंडल संसद में रहा मौजूद
लोकसभा की कार्यवाही देखने के लिए रूस से एक संसदीय प्रतिनिधिमंडल भारत पहुंचा। लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने जानकारी दी कि इस डेलिगेशन का नेतृत्व रूस के राज्य ड्यूमा के अध्यक्ष व्याचेस्लाव वोलोडिन ने किया। प्रतिनिधिमंडल ने भारतीय संसद की कार्यवाही का अवलोकन किया और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करने पर चर्चा की। यह दौरा दोनों देशों के संसदीय सहयोग को बढ़ाने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।
- राज्यसभा में भी महाकुंभ भगदड़ पर हंगामा
लोकसभा के अलावा राज्यसभा में भी विपक्ष ने महाकुंभ भगदड़ को लेकर सरकार को घेरा। कांग्रेस, टीएमसी, सपा और सीपीआई के सांसदों ने कार्यवाही स्थगन के नोटिस देकर इस मुद्दे पर चर्चा की मांग की। इसके बाद विपक्ष ने सदन से वॉकआउट कर दिया - यहां देखें राज्यसभा में क्या-क्या हुआ
- महाकुंभ भगदड़ में मरने वालों की सूची जारी करने की मांग
समाजवादी पार्टी के सांसद रामगोपाल यादव ने कहा कि कुंभ में भगदड़ की घटना प्रशासन के कुप्रबंधन के कारण हुई। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, भगदड़ में हजारों लोग मारे गए, लेकिन सरकार सही आंकड़ा छुपा रही है। कांग्रेस सांसद प्रमोद तिवारी ने भी सरकार से मृतकों की सूची जारी करने की मांग की।
- राज्यसभा में महाकुंभ भगदड़ पर लाया गया स्थगन प्रस्ताव
महाकुंभ भगदड़ पर चर्चा की मांग को लेकर विपक्षी सांसदों ने राज्यसभा की कार्यवाही स्थगित करने का नोटिस दिया। कांग्रेस के प्रमोद तिवारी, दिग्विजय सिंह, टीएमसी की सागरिका घोष, सपा के जावेद अली और रामजी लाल सुमन, व सीपीआई के जॉन ब्रिटास ने सरकार से जवाब मांगा। वॉकआउट के बाद तिवारी ने कहा कि हम एक घंटे बाद लौटकर फिर से इस मुद्दे को उठाएंगे। - अखिलेश यादव के नेतृत्व में विरोध प्रदर्शन
शनिवार को वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के बजट भाषण के दौरान भी महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा उठाया गया था, लेकिन सोमवार को यह विरोध और तेज हो गया। समाजवादी पार्टी प्रमुख अखिलेश यादव ने संसद में जोरदार विरोध किया और अपनी पार्टी के सांसदों के साथ वॉकआउट भी किया। उन्होंने मीडिया से बात करते हुए कहा, "सरकार बजट पेश कर रही है, लेकिन हजारों लोग अभी भी अपनों को खोज रहे हैं। कई लोगों की मौत हो चुकी है, लेकिन सरकार असली आंकड़े छिपा रही है। हिंदुओं की जान गई है, सरकार को जागना चाहिए - विपक्ष का आरोप - सच्चाई छुपा रही सरकार
विपक्ष का कहना है कि उत्तर प्रदेश सरकार और केंद्र इस मुद्दे पर चुप्पी साधे हुए हैं। कांग्रेस सांसदों ने कहा कि राज्य सरकार ने घंटों तक मौतों की पुष्टि नहीं की, जिससे जनता में भ्रम की स्थिति बनी रही। विपक्ष का आरोप है कि सरकार मृतकों और घायलों की सही संख्या नहीं बता रही है और पीड़ित परिवारों को कोई ठोस मदद नहीं मिल रही। समाजवादी पार्टी और कांग्रेस ने मामले की निष्पक्ष जांच की मांग की है। - गांधी परिवार और जॉर्ज सोरोस के बीच संबंधों को उजागर करूंगा
भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा जाने से पहले कहा कि मैं गांधी परिवार और जॉर्ज सोरोस के बीच संबंधों को उजागर करूंगा। निशिकांत दुबे ने दावा किया कि सोरोस के बेटे की बांग्लादेश के सीईओ मोहम्मद यूनुस के साथ तस्वीर सामने आई है। वह चार दिन तक बांग्लादेश में रहा। दुबे ने आरोप लगाया कि बांग्लादेश भारत में घुसपैठियों को भेजने और देश को बांटने का केंद्र बन गया है, जिसे मैं बेनकाब करेंगे।
महाकुंभ भगदड़ का मुद्दा बना सियासी बहस
महाकुंभ में भगदड़ की घटना ने राजनीतिक सरगर्मी बढ़ा दी है। विपक्ष ने इस मामले को संसद के अलावा सड़क तक ले जाने की चेतावनी दी है। वहीं, भाजपा सांसदों का कहना है कि सरकार घटना की जांच करवा रही है और पीड़ितों को मुआवजा दिया जाएगा। लेकिन विपक्ष सरकार की इस सफाई से संतुष्ट नहीं है। यही वजह है कि विपक्षी दल सरकार इस पर स्पष्ट जवाब मांग रहे हैं।