Rajnath singh:रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने रविवार(30 दिसंबर) को मध्य प्रदेश के इंदौर जिले के महू छावनी में सैनिकों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि भारत सुरक्षा के मामले में भाग्यशाली नहीं है। हमारी उत्तरी और पश्चिमी सीमाएं लगातार चुनौतियों का सामना कर रही हैं। आंतरिक और बाहरी दुश्मन हमेशा सक्रिय रहते हैं। उन्होंने सैनिकों से कहा कि हमें उनकी गतिविधियों पर पैनी नजर रखनी चाहिए और समय पर सही कदम उठाने चाहिए।
राजनाथ सिंह ने की सैन्य संस्थानों की सराहना
महू छावनी में रक्षा मंत्री ने दो दिवसीय दौरे के दौरान आर्मी वॉर कॉलेज और अन्य प्रमुख सैन्य प्रशिक्षण संस्थानों का दौरा किया। यहां उन्होंने जवानों के अनुशासन और समर्पण की प्रशंसा की। उन्होंने कहा कि सैनिकों का प्रशिक्षण किसी युद्ध से कम नहीं है। महू छावनी में इन्फैंट्री संग्रहालय का भी दौरा किया गया, जहां उन्हें इन्फैंट्री के इतिहास और आधुनिक सैन्य उपकरणों की जानकारी दी गई।
Interacting with troops at Mhow (Indore).
— Rajnath Singh (@rajnathsingh) December 29, 2024
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चीन-पाकिस्तान से सीमा विवाद का किया जिक्र
राजनाथ सिंह ने भारत की उत्तरी और पश्चिमी सीमाओं पर चुनौतियों का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि भारत की चीन के साथ 3,488 किमी और पाकिस्तान के साथ 3,323 किमी लंबी सीमाएं हैं। चीन अरुणाचल प्रदेश और लद्दाख के बड़े हिस्सों पर दावा करता है। इसके अलावा, पाकिस्तान ने जम्मू-कश्मीर के 78 हजार स्क्वायर किमी क्षेत्र पर कब्जा किया है। इन विवादित सीमाओं के कारण भारत हमेशा सतर्क रहता है।
चीन से सीमा विवाद सुलझाने की हो रही कोशिश
विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने हाल ही में संसद में बताया कि भारत और चीन कूटनीति के माध्यम से सीमा विवाद सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं। पूर्वी लद्दाख में डिसइंगेजमेंट हो चुका है, लेकिन LAC पर कई विवादित इलाके अभी भी बने हुए हैं। दूसरी ओर, पाकिस्तान आतंकवाद पर बातचीत करने से इनकार करता रहा है। राजनाथ सिंह ने साफ किया कि भारत शांति और सुरक्षा के लिए हर संभव कदम उठाने को तैयार है।
2047 तक भारत को आत्मनिर्भर और विकसित बनाना है
राजनाथ सिंह ने कहा कि भारत को 2047 तक आत्मनिर्भर और विकसित देश बनाना है। इसमें सेना की भूमिका बेहद अहम होने वाला है। उन्होंने सैनिकों को उनके समर्पण और काम के प्रति लगन के लिए सराहा। उन्होंने कहा कि सेना के कारण भारत की सीमाएं सुरक्षित हैं और देश का भविष्य उज्जवल है। महू छावनी में रक्षा मंत्री ने डॉ. बी. आर. आंबेडकर के स्मारक पर पुष्पांजलि अर्पित की। यह स्मारक संविधान निर्माता डॉ. आंबेडकर के जन्मस्थान पर स्थित है। उन्होंने कहा कि डॉ. आंबेडकर का योगदान देश के विकास में हमेशा प्रेरणादायक रहेगा।