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S. Jaishankar on India-Bangladesh Relation:विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को कहा कि पड़ोसी देश एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं और भारत बांग्लादेश के साथ स्थिर संबंध बनाए रखना चाहता है।

S. Jaishankar on India-Bangladesh Relation: विदेश मंत्री एस. जयशंकर ने मंगलवार को बांग्लादेश के साथ भारत के संबंधों पर एक अहम बयान दिया। विदेश मंत्री ने कहा कि पड़ोसी देश एक-दूसरे पर निर्भर होते हैं और भारत बांग्लादेश के साथ स्थिर संबंध बनाए रखना चाहता है। पिछले महीने बांग्लादेश में हुए राजनीतिक उथल-पुथल के बावजूद, जयशंकर ने कहा कि दोनों देशों के बीच रिश्ते को बरकरार रखने की जरूरत है। जयशंकर ने कहा, "जो हो रहा है वह उनका आंतरिक मामला है, लेकिन हम व्यापार और जनसंपर्क के अच्छे रिश्ते को बनाए रखना चाहते हैं।"

शेख हसीना ने भारत में ली है शरण
पिछले महीने बांग्लादेश में सरकारी नौकरियों में आरक्षण के खिलाफ आंदोलन  के दौरान देश में हिंसा और अशांति फैल गई। इस उथल-पुथल के चलते प्रधानमंत्री शेख हसीना को इस्तीफा देना पड़ा। शेख हसीना  ढाका छोड़कर उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद स्थित हिंडन एयरफोर्स बेस पर पहुंचीं। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने मंगलवार को साफ तौर पर कहा कियह बांग्लादेश का आंतरिक मामला है। भारत का मकसद बांग्लादेश के साथ स्थिरता बनाए रखना है।

"पड़ोसी एक-दूसरे पर निर्भर": एस. जयशंकर 
एस. जयशंकर ने बांग्लादेश के साथ भारत के गहरे आर्थिक और सांस्कृतिक संबंधों पर जोर दिया। विदेश मंत्री ने कहा कि दोनों देशों के बीच व्यापारिक और जनसंपर्क संबंध अच्छे हैं और भारत इन्हें बनाए रखना चाहता है। जयशंकर ने कहा, "हमारा उद्देश्य हमेशा से बांग्लादेश के साथ स्थिर और स्वस्थ संबंध बनाए रखना रहा है। पड़ोसी देशों का एक-दूसरे पर निर्भर रहना स्वाभाविक है।"

शेख हसीना सुरक्षा एजेंसियों की निगरानी में
बांग्लादेश के राजनीतिक संकट के कारण देश छोड़ने पर मजबूर हुईं शेख हसीना ने उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में शरण ली है। शेख हसीना के जल्द ही लंदन जाने की संभावना थी। हालांकि, ब्रिटिश गृह कार्यालय के मुताबिक, शेख हसीना को ब्रिटेन के नियमों के मुताबिक सीधे लंदन जाने की अनुमति नहीं दी जा सकती। फिलहाल, हसीना भारतीय खुफिया एजेंसियों की निगरानी में हैं। 

भारत के समर्थन पर बांग्लादेश की प्रतिक्रिया
शेख हसीना ने भारत से अचानक शरण लेने का अनुरोध किया था। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने संसद में इस बात की जानकारी दी थी। भारत ने शेख हसीना को उनके अगले देश में जाने तक के लिए समय देने की पेशकश की थी, जिसमें राजनीतिक सेवानिवृत्ति का विकल्प भी शामिल था। शेख हसीना को शरण देने पर बांग्लादेश की अंतरिम सरकार ने नाराजगी जाहिर की थी। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के प्रमुख मोहम्मद युनूस ने कहा था कि भारत ने बांग्लादेश सरकार की बजाय एक पार्टी से संबंध बनाए हैं। 

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