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Team India BGT Takeaways: भारत 10 साल बाद बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी हार गया। इस सीरीज में जसप्रीत बुमराह ने अकेले दम पर आखिर तक भारत को बनाए रखा तो विराट और रोहित के फीके प्रदर्शन के बाद उनके भविष्य पर सवाल भी हैं। आइए जानते हैं कि भारत के लिए BGT 2024-25 से जुड़ी 4 बड़ी बातें।

Team India BGT Takeaways: पूरे एक दशक तक बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपना दबदबा बनाए रखने के बाद टीम इंडिया को आखिरकार ऑस्ट्रेलिया ने पटखनी दे दी। ऑस्ट्रेलिया ने 10 साल बाद Border Gavaskar Trophy जीती। भारत को उसने 5 मैच की सीरीज में 3-1 से हराया। 

बदलाव के दौर से गुजर रही टीम इंडिया के लिए ये सीरीज उतार-चढ़ाव भरी रही, जिससे बहुत कुछ सीखने और सोचने को मिला। आइए आपको बताते हैं कि इस सीरीज के लिहाज से टीम इंडिया के लिए 5 बड़ी बातें क्या रहीं। 

बुमराह वर्ल्ड क्लास पर वर्कलोड कैसे मैनेज होगा?
वैसे तो क्रिकेट टीम गेम है लेकिन कई बार अकेले खिलाड़ी पूरी टीम पर भी भारी पड़ जाता है। हाल ही में खत्म हुई बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में यही देखने को मिला। पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम पर अकेले जसप्रीत बुमराह भारी पड़े। आखिरी टेस्ट तक बुमराह ने भारत को सीरीज में बनाए रखने के लिए पुरजोर कोशिश की। इसका सबूत है पांच टेस्ट में 13 की औसत से उनके 32 विकेट। हालांकि, बुमराह को दूसरे छोर से सपोर्ट नहीं मिला और आखिर में ये भारत पर भारी भी पड़ा क्योंकि सिडनी टेस्ट में वो चोटिल हो गए और दूसरी पारी में गेंदबाजी ही नहीं की और इसका असर नतीजे पर दिखा। 

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इस सीरीज से साफ हो गया कि जसप्रीत बुमराह भारत के लिए तीनों ही फॉर्मेट में कितने अहम खिलाड़ी हैं। ऐसे में उनके वर्कलोड और सेहत का ध्यान रखना बेहद जरूरी है क्योंकि फिलहाल भारत के पास उनकी बराबरी का कोई तेज गेंदबाज नहीं है। मोहम्मद शमी अपनी करियर की ढलान पर है और फिटनेस को लेकर लगातार अंदर-बाहर होते रहते हैं। तेज गेंदबाजों की नई पौध बहुत प्रभावित नहीं कर पाई है। 

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भारत को अपने तेज गेंदबाजों का बेहतर इस्तेमाल करना होगा
भारत को बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में निश्चित ही मोहम्मद शमी की कमी खली। शमी की गैरहाजिरी की वजह से तीन सीम गेंदबाजों का इस्तेमाल करने का फैसला भारत पर कई बार भारी पड़ा। क्योंकि अधिकतर मौकों पर ऐसा लगा कि भारत के पास एक गेंदबाज कम ही है। आकाश दीप, प्रसिद्ध कृष्णा और हर्षित राणा ने अलग-अलग मौकों पर प्रभावित किया, लेकिन भारत ने एक ही समय में इनमें से 2 पर भरोसा न करके चूक ही की। इस बात को लेकर भी कुछ सवाल थे कि इसी तरह के गेंदबाज स्कॉट बोलैंड के शानदार प्रदर्शन के बाद मुकेश कुमार को टीम से क्यों बाहर कर दिया गया।

रोहित-विराट का भविष्य क्या होगा?
भारतीय कप्तान रोहित शर्मा और विराट कोहली ये ऑस्ट्रेलिया दौरा भूलना ही चाहेंगे। इन दोनों ने मिलकर BGT 2024-25 की 14 पारी में 221 रन जोड़े। विराट कोहली का पर्थ टेस्ट की दूसरी पारी में शतक ही ऐसी पारी रही, जिसपर नजर गई। रोहित शर्मा ने तो सिडनी टेस्ट से खुद को ड्रॉप ही कर दिया और इसके बाद उनके संन्यास की अटकलें भी लगने लगीं। हालांकि, बाद में उन्होंने साफ कर दिया वो संन्यास ही लेंगे। कोहली का भविष्य क्या होगा, ये भी साफ नहीं है। अब सवाल ये है कि भारत को इस साल गर्मियों में इंग्लैंड का दौरा करना है। क्या उस टूर पर रोहित कप्तान होंगे और कोहली भी खेलेंगे?

क्या राहुल-यशस्वी टेस्ट में स्थायी ओपनिंग जोड़ी बन सकती है?
केएल राहुल और यशस्वी जायसवाल दोनों ने ऑस्ट्रेलिया में पारी की शुरुआत करते हुए काफी प्रभावित किया। दोनों ने कंडीशंस को भांपते हुए बल्लेबाजी की। यशस्वी ने मौका मिलने पर जहां खुलकर बल्लेबाजी भी की। वहीं, राहुल ने टेस्ट क्रिकेट को उसके मिजाज और अंदाज से खेला। इन दोनों ने दिखाया कि रेड बॉल क्रिकेट में भारत को जिस तरह की सलामी जोड़ी की तलाश है, वो ये दोनों पूरी कर सकते हैं। खासतौर पर विदेश में, जहां गेंद सीम और स्विंग करती है और अतिरिक्त उछाल होता है। भारतीय टीम मैनेजमेंट को इस विकल्प पर जरूर नजर रखनी चाहिए। 

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