Prashant Kishor: राजनीतिक रणनीतिकार और जन सुराज के मुखिया प्रशांत किशोर को जेल भेज दिया गया। सोमवार (6 जनवरी) को बिहार पुलिस ने उन्हें पटना के गांधी मैदान में अनशन के दौरान गिरफ्तार किया था। जिसके बाद उन्हें कोर्ट में पेश किया गया। अदालत ने प्रशांत किशोर को सशर्त जमानत दे दिया। लेकिन प्रशांत किशोर ने कोर्ट द्वारा शर्तों के साथ बेल देने का विरोध किया और बेल बांड पर हस्ताक्षर करने से इनकार कर दिया। जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया।
प्रशांत ने कोर्ट के शर्तों को मानने से किया इनकार
दरअसल, पटना सिविल कोर्ट ने 25000 रुपए के निजी मुचलके और भविष्य में ऐसी गलती दोबारा नहीं करने का आदेश देते हुए प्रशांत किशोर को जमानत दिया। लेकिन प्रशांत ने कोर्ट के शर्तों को मानने से इनकार कर दिया और बेल बॉन्ड पर हस्ताक्षर नहीं किया।
#WATCH पटना: जन सुराज प्रमुख प्रशांत किशोर ने कहा, "...पुलिस मुझे गांधी मैदान से AIIMS लेकर गई। वहां तक पुलिस का व्यवहार मेरे साथ एकदम ठीक था। सुबह 5 बजे से 11 बजे तक पुलिस मुझे एंबुलेंस में बिठाकर अलग-अलग जगहों पर घुमाती रही और किसी ने नहीं बताया कि मुझे कहां लेकर जा रहे हैं। 5… pic.twitter.com/etA5eNL7gs
— ANI_HindiNews (@AHindinews) January 6, 2025
जनसुराज के मुखिया प्रशांत किशोर ने कहा कि अगर हम कोर्ट की शर्त मानते हैं, तो फिर भविष्य में धरना-प्रदर्शन नहीं दे पाएंगे। जो समाज के हित में नहीं होगा। इसलिए वो सशर्त जमानत को तैयार नहीं है। जिसके बाद उन्हें जेल भेज दिया गया है।
प्रशांत किशोर को क्यों गिरफ्तार किया गया?
पुलिस के अनुसार, गांधी मैदान एक प्रतिबंधित क्षेत्र है और वहां प्रदर्शन करना अवैध है। पटना जिला प्रशासन ने कई बार प्रशांत किशोर और उनके समर्थकों से प्रदर्शन को गर्दनीबाग स्थानांतरित करने का अनुरोध किया। इसके बावजूद, प्रशांत किशोर पटना के गांधी मैदान में आमरण अनशन जारी रखा। जिसके बाद पुलिस ने सोमवार, 6 जनवरी को सुबह करीब 4 बजे प्रशांत किशोर और उनके 43 समर्थकों को हिरासत में ले लिया। इस दौरान वाहनों, ट्रैक्टरों को भी जब्त किया गया।
ना बेल लेंगे, ना अनशन तोड़ेंगे
— PK FOR CM (@PK_for_CM) January 6, 2025
जेल में रहकर भी अनशन जारी रहेगा: प्रशांत किशोर#WeStandWithPK #प्रशांतकिशोर #पटनापुलिस pic.twitter.com/mrsacq2pFu
पुलिस पर दुर्व्यवहार करने का आरोप
प्रदर्शन कर रहे बीपीएससी अभ्यर्थियों और जनसुराज के कार्यकर्ताओं ने पुलिस पर दुर्व्यवहार का आरोप लगाया है। समर्थकों का आरोप है कि प्रशांत किशोर को थप्पड़ मारा गया है। हालांकि, पुलिस ने दावा किया है कि प्रशांत किशोर के साथ कोई दुर्व्यवहार नहीं हुआ।
BPSC अभ्यर्थियों की क्या है मांग?
अभ्यर्थियों ने बीपीएससी 70वीं प्रीलिम्स परीक्षा में धांधली का आरोप लगा रहे हैं। उम्मीदवार परीक्षा को रद्द करके दोबारा एग्जाम कराने की मांग कर रहे हैं। लेकिन बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) ने पेपर लीक मामले को नकार दिया है।