Sushil Modi statement on Nitish NDA entry: बिहार में शुक्रवार को भी सियासी घमासान जारी रहा। ऐसी अटकलें हैं कि बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो दिन बाद भाजपा में शामिल हो सकते हैं। इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और बिहार के पूर्व उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी ने इस मामले पर चुप्पी तोड़ी। सुशील मोदी ने कहा कि सारे घटनाक्रम पर हमारी नजर है। जरूरत पड़ी तो समुचित फैसला लिया जाएगा।
राजनीति में दरवाजे पूरी तरह बंद नहीं होते
बता दें कि सुशील मोदी ने पिछली बार नीतीश कुमार के NDA छोड़ने के बाद कहा था कि नीतीश कुमार के लिए अब एनडीए के दरवाजे हमेशा के लिए बंद हो चुके हैं। अब नीतीश कुमार चाहकर भी एनडीए में वापसी नहीं कर सकते। जब पत्रकारों ने शुक्रवार को सुशील मोदी से उनके पुराने के बयान के बारे में पूछा तो उन्होंने कहा कि राजनीति में कोई भी दरवाजा पूरी तरह से बंद नहीं होता। जरूरत पड़ी तो दरवाजे खोले भी जा सकते हैं। ऐसा कहा जा रहा है कि अगर बिहार में सत्ता बदलती है तो सुशील मोदी उप मुख्यमंत्री हो सकते हैं।
#WATCH | On the current political situation in Bihar, BJP MP and former Bihar Dy CM Sushil Kumar Modi says, "...the central leadership of our party will take the decision and we will support their decision." pic.twitter.com/KtkAgPGtz9
— ANI (@ANI) January 26, 2024
गिरिराज सिंह बोले कोई सदस्यता के लिए आए तो सोचेंगे
इस बीच भाजपा के वरिष्ठ नेता और केंद्रीय मंत्री गीरिराज सिंह ने कहा कि अगर कोई सदस्यता के लिए आएंगे तो सोचेंगे कि क्या किया जाएगा। गीरिराज सिंह ने भी पिछली बार यह बयान दिया था कि नीतिश कुमार की अब एनडीए गठबंधन में वापसी नहीं होगा। इससे पहले गीरिराज सिंह ने कहा था कि मुझे उम्मीद है कि भाजपा जो भी फैसला लेगी वह बिहार के हित में होगा।
#WATCH | Patna: On whether Nitish Kumar will go with NDA, Union Minister Giriraj Singh says, "...Sadasyata ke liye koi ayenge tabhi to hum sochenge..." pic.twitter.com/DY9ejdBfbd
— ANI (@ANI) January 26, 2024
पशुपति पारस: समय बलवान होता है
राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी (RLJP) के नेता और केंद्रीय मंत्री पशुपति पारस ने नीतीश कुमार की एनडीए में वापसी के बारे में पूछे जाने पर कहा कि मैंने पहले ही कहा था कि व्यक्ति नहीं समय बलवान होता है। समय अब बदल रहा है। पारस ने कहा कि हम हमेशा से एनडीए के साथ थे और आगे भी रहेंगे। पशुपति पारस ने कहा कि पहले ही ऐसा लग रहा था कि महागठबंधन ज्यादा दिनों तक चलने वाला नहीं है।