रायपुर। छत्तीसगढ़ में कांग्रेस शासनकाल में हुए कथित शराब घोटाले पर एजेंसियां एक्शन में हैं। कई अफसरों, कांग्रेस से जुड़े लोगों के बाद अब शराब घोटाले में जांच की आंच पूर्व मंत्री और पूर्व मुख्यमंत्री के घर तक पहुंच गई है। कांग्रेसी इस एक्शन को विधानसभा में सवाल पूछने पर मुंह बंद करने के लिए की जा रही डराने वाली कार्रवाई बता रहे हैं। इस पर प्रदेश भाजपा मीडिया सेल प्रभारी ने पीसीसी चीफ से सवाल पूछा है।
प्रदेश भाजपा के मीडिया प्रभारी अमित चिमनानी ने x पर पोस्ट करके पीसीसी चीफ दीपक बैज और कांग्रेस संगठन से पूछा है कि, क्या वे अपने 33 विधायकों को सवाल न पूछने पर कांग्रेस से निष्काषित करने जा रहे हैं? उन्होंने आगे लिखा कि, भूपेश जी बार- बार इस बयान को दोहरा रहे हैं और साबित कर रहे हैं कि कांग्रेस के केवल 2 ही विधायक सवाल पूछते हैं? नेता प्रतिपक्ष भी सवाल नहीं पूछते? इस हिसाब से तो चरण दास महंत सहित सभी 33 कांग्रेस विधायकों को कांग्रेस से निष्काषित कर देना चाहिए?
भूपेश जी बार बार इस बयान को दोहरा रहे है और साबित कर रहे है कि कांग्रेस के केवल 2 ही विधायक सवाल पूछते है?नेता प्रतिपक्ष भी नहीं पूछते? इस हिसाब से तो चरण दास महंत सहित सभी 33 कांग्रेस विधायकों को कांग्रेस से निष्कासित कर देना चाहिए? pic.twitter.com/fcxgprmMQU
— CA AMIT CHIMNANI (@caamitchimnani) March 11, 2025
क्या कहते रहे बघेल और अन्य कांग्रेसी
उल्लेखनीय है कि, सोमवार को अपने घर पर दिनभर चली ED की कार्रवाई के बाद देर शाम मीडिया से चर्चा करते हुए भी श्री बघेल ने कहा था कि, पहले लखमा ने विधानसभा में सवाल पूछा तो ED को उनके घर भेज दिया गया। मैंने सवाल पूछा तो मेरे घर ED पहुंच गई। उनके अलावा भी कई कांग्रेस नेता इसी तरह की बात करते सुने गए हैं। वहीं श्री लखमा ने भी जेल भेजे जाने से पहले ED दफ्तर से बाहर निकलकर इसी तरह की बात कही थी।