एनिशपुरी गोस्वामी- मोहला। छत्तीसगढ़ के मोहला में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग के गैर जिम्मेदाराना रवैया के कारण अंबागढ़ चौकी विकासखंड के चार गांवो में बीते तीन दिनों से डायरिया ने पैर पसार लिया है। केसला, कोटरा, मालडोगरी गांव के पीड़ित महिला पुरुष ग्रामीणों को सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंबागढ चौकी और राजनांदगाव मेडिकल कॉलेज में उपचार कराया जा रहा है।
वहीं चिल्हाटी डायवर्सन पुल के बह जाने से टापू में तबदिल हो चुके मिरचे गांव में स्वास्थ्य विभाग के द्वारा कैंप लगाकर डायरिया पीड़ितों का उपचार किया जा रहा है। बड़े पैमाने पर अस्पताल में दाखिल मरीजों को देखने खुज्जी विधानसभा क्षेत्र के विधायक भोलाराम साहू, नगर पंचायत अध्यक्ष विद्या ताम्रकार, उपाध्यक्ष रितेश मेश्राम, पार्षद साधना सिंह, विजय यादव आज अंबागढ़ चौकी अस्पताल पहुंचे।
हैंड पंप से निकल रहा दूषित पानी
उल्लेखनीय है कि, लगातार बारिश और उसके रिसाव से दूषित पानी गांव के पेयजल स्रोत हैंड पंप तथा बोर में समा गया है। जिसके सेवन उपरांत बेहद संख्या में लोग डायरिया से पीड़ित होकर बिस्तर पकड़ लिए है। आर्सेनिक जलवर्धन योजना से 24 गांवो को अंबागढ़ चौकी शिवनाथ नदी से दी जाने वाली जल अपूर्ति योजना पुरे गर्मी के दिनों में बेहाल रहा। बीते दिन प्लांट में फाल्ट आने के कारण दो से तीन दिनों तक तमाम गांव में जल आपूर्ति नहीं हो पाया। जिसके कारण गांव में स्थापित दुषित बोर हैंड पंप के पानी का उपयोग करनें के कारण केसला, कोटरा, मालडोरी के ग्रामीण डायरिया से पिडीत हो गए। इसी तरह ग्राम पंचायत मिरचे में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी द्वारा खोदे गए बोर के पानी का सेवन करने से गांव में डायरिया का संक्रमण तेजी से फैल गया।
पीईची विभाग है जिम्मेदार
अंबागढ़ चौकी विकासखंड और खुज्जी विधानसभा क्षेत्र के केसला, कोटरा, मालडोगरी गांव के पीड़ित मरीजों से मुलाकात करने विधायक भोलाराम साहू पहुंचे। उन्होंने कहा कि, इस जिले में लोक स्वास्थ्य यांत्रिकी विभाग की तमाम योजनाएं धरातल में दम तोड़ रही है। इनके द्वारा स्थापित किए गये तमाम स्त्रोत अब लोगों के लिए जहर बनते जा रहा है। सरकार किसी की भी हो शुद्ध पेयजल प्रदान करने की जिम्मेदारी पीईची विभाग की है जिसके अफसर दफ्तर में कैद होते हुए गले तक भ्रष्टाचार में डूबे हुए हैं।
मिरचे में जमीन लेवल पर केसिंग पाइप
खंड चिकित्सा अधिकारी श्री धुर्वे ने बताया कि मिरचे गांव में जमीन लेवल तक गांव में स्थापित बोर का केसिंग पाइप है जहां पर भारी बरसात में बह रहा दुषित पानी बोर मे समा गया जिसके उपयोग करने से 17 से 18 ग्रामीण डायरिया से पीड़ित है जिनका गांव में ही कैंप कर उपचार किया जा रहा है। वहीं कोटरा से एक ग्रामीण तथा माल डोंगरी के दो ग्रामीणों का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र अंबागढ़ चौकी में इलाज किया जा रहा है।
सुलभ शौचालय के निकट बोर की वजह से हुए बीमार
केसला गांव के डायरिया से पीड़ित ग्रामीण तथा परिजनों ने बताया कि, आर्सेनिक सामुदायिक जलवर्धन योजना के तहत पीईची एसडीओ बीएल खरे के गैर जिम्मेदाराना रवैया के कारण उन्हें पानी नहीं मिला जिसके बाद पंचायत पारा के ग्रामीण सुलभ शौचालय के नजदीक पंचायत के बोर का उपयोग करने पर डायरिया से पिडीत हुए। इस वक्त केसला गांव के सात पुरुष पांच महिलाओं का इलाज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चल रहा है वहीं अन्य गंभीर मरीजों का इलाज मेडिकल कॉलेज राजनांदगांव में कराया जा रहा है।