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हर साल कवर्धा से कांवरिए जल लेने के लिए अमरकंटक जाते हैं। लेकिन शिवनी नदी में पुल नहीं बनने के कारण वे उफनती नदी को पार करने के लिए विवश हैं। 

संजय यादव- कवर्धा। सावन का पवित्र महीना चल रहा है। इस माह में कांवर यात्रा का विशेष महत्व है। जगह-जगह से कांवरिए जल लाकर शिवालय में महादेव को अर्पित करते हैं। इसी कड़ी में कवर्धा जिले से हजारों कांवरिए जल लेने के लिए पदयात्रा कर अमरकंटक जाते हैं और वहां से जल लेकर आते हैं। इसके बाद शिवालय में भगवान शंकर को जल अर्पित करते हैं। 

इस बार भी कवर्धा जिले से कांवरियों  ने यात्रा निकाली लेकिन जिले के गोपालपुर के शिवनी नदी में बन रहे पुल की लेट लतीफी के चलते वे अपनी जान जोखिम में डालकर नदी पार कर रहे हैं। इसका एक वीडियो भी सामने आया है। वीडियो में 50 से ज्यादा कांवरिए नदी में बाढ़ की स्थिति होने के बाद भी अपनी जान जोखिम में डालकर आगे बढ़ रहे हैं। वहीं पुल निर्माण करने वाले ठेकेदार के धीमी निर्माण कार्य से भी वे काफी आक्रोशित हैं। 

बारिश में बह जाते हैं पुल-सड़क 

उल्लेखनीय है कि, भारी बारिश के चलते देश के कई इलाकों में मुसीबतें बढ़ गई हैं। लापरवाही और सुस्त निर्माण कार्य के चलते बारिश में कही पुल-सड़क बह जा रहे हैं। तो वहीं गांव भी टापू में तब्दील हो रहे हैं। हर साल बारिश में कई इलाकों में हाल बेहाल हो जाता है। कई दुर्घटनाएं घटित हो जाती हैं बावजूद इसके शासन-प्रशासन ने अब तक कोई ठोस कदम नहीं उठाया है। 

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