गिरीश केशरवानी - रायपुर। हाई सिक्यूरिटी नंबर प्लेट लगाने के मामले में छत्तीसगढ़ अन्य राज्यों की तुलना में टॉप टेन की सूची में सबसे निचले पायदान पर है। राज्य में वर्ष 2019 के पूर्व खरीदे गए वाहनों में 19 मार्च तक एचएसआरपी लगवाना अनिवार्य है। यहां 2019 के पूर्व कमर्शियल के साथ सभी तरह के वाहनों की संख्या 50 लाख के करीब है। इनमें से 40 से 50 हजार वाहनों में एचएसआरपी लग पाए हैं। ऐसे में टारगेट पूरा करना परिवहन विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती है।
पिछले वर्ष नवंबर में वर्ष 2019 के पूर्व खरीदे गए वाहनों में अनिवार्य रूप से एचएसआरपी नंबर प्लेट लगवाने का आदेश जारी किया गया है। हाई सेक्यूरिटी नंबर प्लेट लगाने राज्य में मेसर्स मेजान इंडिया लिमिटेड तथा मेसर्स रोसमर्टा सेफ्टी सिस्टम लिमिटेड नाम की कंपनी को नोडल एजेंसी नियुक्त किया गया है। इन दोनों एजेंसियों देश के कई राज्यों में एचएसआरपी नंबर प्लेट लगाने का काम कर रही हैं। दोनों एजेंसियों ने जिला से ब्लाक स्तर पर ऑटोमोबाइल डीलरों को एचएसआरपी नंबर प्लेट लगाने डीलर नियुक्त किया है। इसके साथ ही वाहन मालिक वेबसाइट में एचएसआरपी लगाने ऑनलाइन आवेदन कर सकते है।
वाहनों के लिए दर निर्धारित
टू-व्हीलर मोटर साइकिल, स्कूटर, मोपेड के अलावा ट्रैक्टर, पावर टीलर व ट्रेलर पर हाई सेक्योरिटी रजिस्ट्रेशन प्लेट लगाने के लिए जीएसटी सहित 365.80 रुपए, श्री व्हीलर के लिए 427.16, लाइट मोटर व्हीकल, पैसेंजर कार के लिए 656.08 और 705.64 रुपए दर निर्धारित है। सभी भुगतान डिजिटल मोड माध्यम से किए जा रहे हैं। ऑटोमोबाइल डीलरों द्वारा एक अप्रैल 2019 के पूर्व पंजीकृत मोटर वाहनों पर एचएसआरपी लगाने इंस्टालेशन के लिए 100 रुपए अतिरिक्त चार्ज के साथ लगाया जाना है।
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नंबर प्लेट लगाने चलाया जाएगा अभियान
परिवहन विभाग के अधिकारियों के अनुसार, पुराने वाहनों में हाई सेक्योरिटी नंबर प्लेट को लेकर मार्च के बाद प्रदेशभर में जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। बावजूद इसके वाहन मालिक पुराने नंबर प्लेट बदलकर एचएसआरपी नहीं लगवाते हैं, उनके खिलाफ ट्रैफिक पुलिस के साथ मिलकर चालानी कार्रवाई की जाएगी।
मोबाइल नंबर अपडेट नहीं होने से बढ़ी परेशानी
पुराने वाहनों में पुराने नंबर प्लेट की जगह एचएसआरपी लगाने कई लोग आवेदन करना चाहते हैं, लेकिन उनके लिए परेशानी का कारण मोबाइल नंबर अपडेट नहीं होना है। एचएसआरपी कराने के लिए वाहन मालिक का मोबाइल नंबर जो पूर्व में दर्ज है। वह अपडेट होना चाहिए। ज्यादातर वाहन चालक जो पूर्व में वाहन खरीदे हैं उनके मोबाइल नंबर अपडेट नहीं है। इस वजह से पुराने नंबर प्लेट की जगह एचएसआरपी नहीं लगवा पा रहे हैं। इसके लिए परिवहन विभाग को वैकल्पिक व्यवस्था करने की जरूरत है।
अनदेखी करने वालों पर कार्रवाई
अतिरिक्त परिवहन आयुक्त डी. रविशंकर ने बताया कि, अप्रैल 2019 के पूर्व पुराने वाहनों में जिन लोगों ने पुराने की जगह नए एचएसआरपी नहीं लगवाया है, उन्हें जल्द से जल्द एचएसआरपी कराने के लिए कहा जा रहा है। इसके लिए जन जागरूकता अभियान चलाया जाएगा। इसके बाद भी अनदेखी करने वाले वाहन चालकों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।