आशीष कुमार गुप्ता-बतौली। गर्मी की शुरुआत अभी नहीं हुई है लेकिन पानी की समस्या शुरू हो गई है। जल स्तर के घटने से लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है। वहीं खेतों की सिंचाई के लिए भी बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, बतौली क्षेत्र के मंगारी नदीपारा स्थित मान नदी पूरी तरह सूख चुकी है। हर तरफ बालू और पत्थर नजर आ रहे हैं। नदी किनारे फसल लगाए किसान पानी की समस्या से जूझ रहे हैं। पूरे क्षेत्र में गेंहू, धान, गन्ना, मक्का और सब्जी की खेती हजारों एकड़ में की जा रही है। मान नदी के सूख जाने से सिंचाई के लिए बड़ी समस्या खड़ी हो गई है।

ग्रामीण खुदवा रहे कुंआ
वहीं इस क्षेत्र के किसानों ने बताया कि, नदी के सूखने से केवल सिंचाई की समस्या नहीं है बल्कि पालतू जानवरों को पेयजल की भी सुविधा नहीं मिल रही है। फसलों को बर्बाद होने से बचाने के लिए किसान जेसीबी से कुंआ खुदवा रहे हैं। इसमें मोटर लगाकर वे खेतों में सिंचाई करेंगे।
कई गांवों पर छाया जल संकट
गौरतलब है कि, मान नदी से बतौली क्षेत्र के सैंकड़ों लोगों और जीवों की जीवनदायनी है। इसके सूखने से तारागी, पोपरेंगा, सरमना, पथराई, सुवारपारा, मंगारी, कपाटबहरी, वीरिमकेला, महेशपुर, विशुनपुर सहित कई गांवों के लोग पानी की समस्या से जूझ रहे हैं।
रेत तस्कर सक्रिय
वहीं नदी के सूखने से रेत और पत्थर साफ दिखाई दे रहे हैं। अब इलाके में रेत तस्कर भी सक्रिय हो गए हैं और सूखी नदी का दोहन भी लगातार जारी है। जबकि प्रशासन अभी तक उदासीन है।