Delhi News: दिल्ली के बादली विधानसभा क्षेत्र में रविवार को भलस्वा लैंडफिल का एक हिस्सा ढह गया, जिसके कारण मलबे में दो बच्चे फंस गए थे। पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि दिल्ली के बाहरी उत्तरी जिले में श्रद्धानंद कॉलोनी के पास लैंडफिल का एक छोटा हिस्सा ढह गया, जिसके मलबे में फंसे बच्चों को तुरंत बचाया गया। बता दें कि यह घटना सुबह करीब 11:30 बजे हुई है। लैंडफिल का एक हिस्सा पास में लोगों के घर के पास गिरा था। इस घटना के बाद दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने अन्य नेताओं का साथ वहां का दौरा किया और इसके लिए अरविंद केजरीवाल को जिम्मेदार ठहराया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने AAP को घेरा
दिल्ली दिल्ली कांग्रेस अध्यक्ष देवेंद्र यादव ने वहां पहुंचकर स्थित का जायजा लिया है। देवेंद्र ने लैंडफिल की सफाई न करने के लिए आप सरकार पर निशाना साधा है। उन्होंने एक्स पर ट्वीट करते हुए लिखा कि आम आदमी पार्टी की लापरवाही की वजह से दिल्ली में कूड़े के पहाड़ बढ़ते जा रहे हैं। जो कि अब लोगों के लिए जान का खतरा बन चुके हैं। उन्होंने लिखा कि दिल्ली में कांग्रेस की सरकार आने पर कचरे के पहाड़ का निस्तारण उनकी पहली प्राथमिकता होगी। उन्होंने लिखा कि वह इस समस्या का स्थायी समाधान करके दिल्लीवासियों को इस भयावह स्थिति से मुक्ति दिलवाएंगे।
आज भलस्वा में कूड़े के पहाड़ ने एक घर को अपनी चपेट में ले लिया, जिसमें दो मासूम बच्चे भी फंसे हुए थे।
— Devender Yadav (@devendrayadvinc) January 26, 2025
हमने मौके पर पहुंचकर तत्परता से घर खाली कराया और कांग्रेसी साथियों की मदद से बच्चों को सुरक्षित बचा लिया।
स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन से तुरंत संपर्क किया और उन्हें… pic.twitter.com/pWY9VLVIS1
बीजेपी ने किया था साफ करने का वादा
वहां के स्थानीय लोगों ने बताया कि दिल्ली विधानसभा चुनाव के प्रचार के दौरान बीजेपी ने लैंडफिल साइट को हटाने का वादा किया था। उन्होंने बताया कि लैंडफिल साइट की वजह से बीमारियां और प्रदूषण फैल रही हैं। उन्होंने कहा कि राजनीतिक नेता सिर्फ वादे करके चले जाते हैं, लेकिन कोई उसकी सफाई नहीं करवाता है।
इसके अलावा, सितंबर 2023 में दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भलस्वा लैंडफिल साइट का दौरा किया था। केजरीवाल ने कहा था कि मई, 2024 तक इससे लगभग 45 लाख टन कचरे का प्रसंस्करण और कमी होने की उम्मीद है। उन्होंने कहा था कि एक बार 45 लाख टन कचरा कम हो जाएगा, तो 35 एकड़ की भूमि खाली हो जाएगी। इस भूमि का फिर से कई तरह से इस्तेमाल किया जा सकता है। बता दें कि दिल्ली में तीन लैंडफिल साइट हैं, जो कि ओखला, भलस्वा और गाजीपुर में स्थित हैं।