Delhi Elections 2025: दिल्ली में विधानसभा चुनाव को लेकर कभी भी तारीकों का ऐलान किया जा सकता है। ऐसे में सभी राजनीतिक पार्टियां दिल्ली में जीत का परचम लहराने के लिए एक दूसरे पर एक के बाद एक आरोप लगा रही हैं। इसके अलावा दिल्ली में भाजपा और आप के बीच लेटर वॉर रुकने का नाम नहीं ले रहा है। अब नई दिल्ली से भाजपा प्रत्याशी प्रवेश साहिब सिंह वर्मा ने सीएम आतिशी को पत्र लिखा है। उन्होंने इस पत्र के जरिए सीएम से मांग की है कि वो तथाकथित 'शीशमहल' को जनता दर्शन के लिए खोल दें।
सीएम आतिशी से शीशमहल खोलने की मांग
इस पत्र में वर्मा ने लिखा कि 'मैं आपके संज्ञान में लाना चाहता हूं कि दिल्ली के पूर्व मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के कार्यकाल में उनके सरकारी आवास को विशेष रूप से सजाया गया था और उसे भव्य रूप दिया गया था। आम लोग इसे शीशमहल के रूप में जानते हैं। नई दिल्ली विधानसभा के लोगों ने केजरीवाल को तीन बार इस विधानसभा से जीत दिलाई। जनता इस शीशमहल को देखना चाहती है। ये भवन के वल निवास स्थान नहीं रह गया है बल्कि दिल्ली के शासन और प्रशासन के इतिहास का प्रतीक बन गया है।
केजरीवाल ने शीशमहल में बैठकर सत्ता की चमक में जनता को भुला दिया, अब @AtishiAAP क्या आप इसे जनता के लिए खोलेंगी? ‘शाही आवास’ पर जनता का हक है, या फिर यह सत्ता का सच करोड़ों के पर्दे के पीछे ही छिपा रहेगा?" pic.twitter.com/cKCSVhQV7D
— Parvesh Sahib Singh (@p_sahibsingh) January 5, 2025
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सुबह 10 से शाम चार बजे के बीच खोला जाए शीशमहल
दिल्ली की जनता जानना चाहती है कि उनके प्रतिनिधि ने अपने कार्यकाल का समय कैसे बिताया? मेरा सीएम से निवेदन है कि शीशमहल को जनता दर्शन के लिए सुबह 10 बजे से शाम चार बजे तक खोल देना चाहिए। इससे दिल्ली की जनता, जो केवल शीशमहल के बारे में सुनती आई है, उसे सामने से देख सकेगी। ऐसा करने से सरकार और जनता के बीच पारदर्शिता होगी। इससे दिल्ली सरकार और जनता के बीच विश्वास और भी मजबूत होगा। मैं विश्वास करता हूं कि आप इस प्रस्ताव पर सकारात्मक तरीके से विचार करेंगी और जल्द ही निर्णय लेंगी।
आम आदमी पार्टी पर लगाए आरोप
प्रवेश वर्मा ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए लिखा कि 'दिल्ली में आपदा लाने वाले केंद्र सरकार पर झूठा आरोप लगाते हैं कि केंद्र सरकार उन्हें काम करने के लिए पैसे नहीं देती। एक बड़े अखबार ने सीएजी की रिपोर्ट के आधार पर शीशमहल में हुए खर्च को लेकर खुलासा किया है और ये कहते हैं कि इन्हें पैसे नहीं मिलते। जब दिल्ली के लोग कोरोना काल में दवाई और ऑक्सीजन के लिए भटक रहे थे, तह केजरीवाल का पूरा फोकस शीशमहल बनवाने पर था। तब इन्हें दिल्ली की जनता की परवाह नहीं थी।
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