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Delhi Elections 2025: दिल्ली में जाट समुदाय को ओबीसी आरक्षण देने की मांग पर कांग्रेस नेता संदीप दीक्षित के बाद अब बीजेपी ने केजरीवाल पर निशाना साधा है। बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने कहा कि अरविंद केजरीवाल की वजह से ही दिल्ली में अभी तक जाटों को ओबीसी आरक्षण नहीं मिला है।

Delhi Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव के तारीखों की घोषणा होते ही राजनीतिक पार्टियों में जुबानी जंग तेज हो गई है। नई दिल्ली सीट से बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने अरविंद केजरीवाल को निशाने पर लिया है। दरअसल, आप संयोजक अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में जाटों के मुद्दे को लेकर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को चिट्ठी लिखी है, जिसका जवाब बीजेपी ने दिया है। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि अगर केजरीवाल ने जाट समुदाय के लिए काम किया होता, तो आज चुनाव के 25 दिन पहले उन्हें जाटों की याद नहीं आती।

'BJP ने दिया दिल्ली को पहला जाट सीएम'

प्रवेश वर्मा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कहा कि साहिब सिंह वर्मा जाट समाज से थे और दिल्ली के मुख्यमंत्री भी थे। उन्होंने कहा कि बीजेपी ने सबसे पहले दिल्ली में जाट मुख्यमंत्री बनाने का काम किया है। प्रवेश वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि जाट समुदाय को लेकर केजरीवाल राजनीति कर रहे हैं। उन्होंने जाट समाज के लिए कोई काम नहीं किया है। उन्होंने केजरीवाल से सवाल करते हुए कहा कि केजरीवाल ने उनके पिताजी का समाधि स्थल नहीं बनवाया, जबकि वह जाट समाज के एक बड़े नेता थे।

10 साल में एक भी बार नहीं की कोशिश

प्रवेश वर्मा ने बताया कि किस तरीके से किसी भी जाति को ओबीसी की सेंटर लिस्ट में जोड़ा जाता है। उन्होंने कहा कि सबसे पहले राज्य सरकार अपने पास प्रस्ताव पास करती है और फिर उसे नेशनल ओबीसी कमीशन में भेजती है। उन्होंने केजरीवाल पर तंज कसते हुए कहा कि मुख्यमंत्री रहते हुए कई बार केजरीवाल ने स्पेशल सत्र बुलाने का मौका मिला, लेकिन हर बार उन्होंने सिर्फ पीएम मोदी और दिल्ली के एलजी को अपशब्द कहे। प्रवेश वर्मा ने कहा कि 10 सालों में केजरीवाल ने एक बार भी ऐसा कोई प्रस्ताव पास नहीं किया, जिससे कि जाट समुदाय को केंद्र की ओबीसी लिस्ट में डाला जाए।

'कैलाश गहलोत की भी नहीं मानी बात'

बीजेपी प्रत्याशी प्रवेश वर्मा ने कहा कि आप के पूर्व मंत्री कैलाश गहलोत ने दो बार अरविंद केजरीवाल को चिट्ठी लिखकर बताया था कि अगर दिल्ली के जाटों को केंद्र की ओबीसी लिस्ट में डालना है, तो पहले दिल्ली विधानसभा से प्रस्ताव पास करना होगा। फिर उसके बाद नेशनल ओबीसी कमीशन उस पर जनसुनवाई करने के बाद सेंटर लिस्ट में उस जाति को शामिल करता है। उन्होंने कहा कि केजरीवाल ने अपने पार्टी के मंत्री कैलाश गहलोत की भी बात नहीं मानी। प्रवेश वर्मा ने आरोप लगाते हुए कहा कि केजरीवाल ने किसी भी जाति को सेंटर लिस्ट में डालने का प्रस्ताव नहीं दिया, मगर आज वह इस मु्द्दे पर राजनीति कर रहे हैं।

'दिल्ली-देहात में लोग आप नेताओं को घुसने नहीं देंगे'

प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान प्रवेश वर्मा ने सभी आरोपों का जवाब दिया। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि अरविंद केजरीवाल ने गांव के लोगों को अपने शीश महल में घुसने नहीं दिया। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि इस बार दिल्ली चुनाव में गांव-देहात के लोग आम आदमी पार्टी के खिलाफ वोट कर रह रहे हैं। दिल्ली के देहात के लोगों के लिए केजरीवाल ने कोई काम नहीं किया है, इसलिए वे लोग केजरीवाल की सरकार को हटाना चाहते हैं। उन्होंने दावा करते हुए कहा कि बीजेपी दिल्ली देहात में आने वाली सभी 28 सीटें जीतेगी। बीजेपी प्रत्याशी ने कहा कि इस बार 36 बिरादरी आप के किसी भी नेता को दिल्ली देहात में घुसने भी नहीं देगी।

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