Satpal Sangwan Turban Ceremony: चरखी दादरी में आज यानी 12 मार्च बुधवार को पूर्व सहकारिता मंत्री सतपाल सांगवान की रस्म पगड़ी है। रस्म पगड़ी का कार्यक्रम उनके बेटे विधायक सुनिल सांगवान के घर पर रखा गया है। सतपाल सांगवान काफी समय से लीवर कैंसर की समस्या से जूझ रहे थे। 3 मार्च सोमवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में उनका निधन हो गया था। सतवाल सांगवान के पार्थिव शरीर को उनके घर अंतिम दर्शन के लिए रखा गया था। रस्म पगड़ी को देखते हुए काफी भीड़ उमड़ने की संभावना है। ऐसे में सुरक्षा व्यवस्था पर भी नजर रखी जाएगी।

सीएम सैनी समेत इन नेताओं ने किया था शोक व्यक्त

सतपाल सांगवान के निधन के बाद शोक व्यक्त करने राजनीतिक दलों सहित दूसरे संगठनों से जुड़े लोग दादरी पहुंचे। हरियाणा के सीएम नायब सिंह सैनी समेत  पूर्व मुख्यमंत्री एवं केंद्रीय मंत्री मनोहरलाल खट्‌टर, भाजपा के राष्ट्रीय सचिव ओमप्रकाश धनखड़, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्‌डा,पूर्व केंद्रीय मंत्री वीरेंद्र सिंह डूमरखां ने शोक व्यक्त किया था।

इसके अलावा पूर्व वित्त मंत्री कैप्टन अभिमन्यु, कांग्रेस की वरिष्ठ नेत्री पूर्व केंद्रीय मंत्री एवं सिरसा सांसद कुमारी शैलजा,कैबिनेट मंत्री कृष्ण लाल पंवार,अरविंद शर्मा, पूर्व डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला, इनेलो नेता अभय सिंह चौटाला,पूर्व मंत्री रणजीत सिंह चौटाला, जेपी दलाल, हरियाणा विधानसभा डिप्टी स्पीकर कृष्ण कुमार मिड्ढा, पूर्व मंत्री मनीष ग्रोवर, सुभाष बत्रा सहित अनेक मंत्री, पूर्व मंत्री,सांसद,विधायक दादरी पहुंचे और दिवंगत नेता को श्रद्धांजलि अर्पित की।

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2024 में भाजपा में हुए थे शामिल

भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार में सतपाल सांगवान सहकारिता मंत्री रह चुके हैं। सतपाल सांगवान ने 1996 से 2019 तक  चरखी दादरी विधानसभा से 6 बार चुनाव लड़ा था। इन चुनावों में सांगवान को 2 बार जीत हासिल हुई, जबकि 4 बार उन्हें हार का सामना करना पड़ा। उन्होंने 1996 में पहला विधानसभा चुनाव हरियाणा विकास पार्टी की टिकट पर लड़ा है। उसके बाद 2000 हविपा से दूसरी बार चुनाव लड़ा था। 2005 में तीसरा विधानसभा चुनाव आजाद उम्मीदवार के तौर पर लड़ा लेकिन उन्हें हार मिली है।

2009 में हरियाणा जनहित कांग्रेस से चौथा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की, दूसरी बार विधायक बने। इसके बाद हरियाणा जनहित कांग्रेस (हजकां) का कांग्रेस में विलय होने पर भूपेंद्र सिंह हुड्डा सरकार में सहकारिता मंत्री बने। 2024 में सतपाल सांगवान भाजपा में शामिल हो गए।  उनके बेटे सुनिल सांगवान ने भी भाजपा का दामन थाम लिया और चरखी दादरी के विधायक बने।

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