FIITJEE Coaching Centre: हरियाणा में फिटजी कोचिंग सेंटर के खिलाफ केस दर्ज किया गया है। फरीदाबाद पुलिस ने फिटजी के चेयरमैन समेत 4 अधिकारियों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है। कोचिंग सेंटर के अधिकारियों पर आरोप है कि इन्होंने जेईई की तैयारी करने वाले सैकड़ों बच्चों के अभिभावकों से लाखों रुपये फीस लेकर कोचिंग सेंटर बंद कर दिया। इसकी वजह से अभिभावक बच्चों की पढ़ाई को लेकर परेशान हैं।
बता दें कि कोचिंग सेंटर के अधिकारी किसी भी अभिभावक का फोन नहीं उठा रहे हैं, जिसके बाद थाने में इसकी शिकायत की गई। जानकारी के मुताबिक, फिटजी के खिलाफ गांव भनकपुर के रहने वाले भीम सिंह रावत ने डीसीपी सेंट्रल से मुलाकात कर इस फर्जीवाड़े की जानकारी दी। इसके बाद डीसीपी के आदेश पर पुलिस ने फिटजी के चेयरमैन डीके गोयल के अलावा सीएफओ राजीव बब्बर, मनीष आनंद और यतीश कुमार के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस आरोपियों की तलाश कर रही है।
30 से ज्यादा लोगों ने की शिकायत
जानकारी के मुताबिक, बीते सोमवार को करीब 30 लोगों ने सेक्टर-15ए थाने में फिटजी कोचिंग सेंटर के खिलाफ शिकायत की है। इस दौरान कोचिंग सेंटर का कोई भी अधिकारी थाने पर नहीं पहुंचा। सभी शिकायतकर्ताओं का आरोप है कि बच्चों की पढ़ाई के नाम पर महंगी फीस लेकर अधिकारियों ने कोचिंग सेंटर बंद कर दिया है और फरार हो गए हैं। पुलिस ने सभी अभिभावकों की शिकायत को एक ही मुकदमे में शामिल कर लिया है।
शिकायतकर्ता से लिए थे 1.20 लाख रुपये
जानकारी के मुताबिक, गांव भनकपुर निवासी भीम सिंह रावत ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि उन्होंने 9 अक्टूबर 2024 अपने बेटे कुश रावत का एडमिशन सेक्टर-15 ए में मौजूद फिटजी जेईई कोचिंग सेंटर में दो साल के लिए कराया था। इसके लिए उन्होंने एक लाख 20 हजार रुपए फीस भी जमा करवाया था। भीम रावत ने बताया कि जनवरी के महीने में ही कोचिंग सेंटर के बाहर ताला लटक रहा है। इसके बाद जब कोचिंग सेंटर के अधिकारियों से संपर्क करने किया, तो कोई जवाब नहीं मिला। बता दें कि रावत सेक्टर-12 स्थित जिला कोर्ट में वकील हैं।
अब पुलिस ने शिकायतकर्ताओं से एडमिशन से जुड़े डॉक्यूमेंट्स मांगे हैं। साथ ही कोचिंग सेंटर के आरोपियों के भी बैंक खाते की जानकारी मांगी गई है, जिससे कि पता चल सके, कि आरोपियों ने किस बैंक अकाउंट में पैसे जमा कराए और निकाले हैं। पुलिस इस मामले पर सभी पहलुओं पर जांच कर रही है। बता दें कि कोचिंग सेंटर के बंद होने की वजह से छात्रों की समस्या बढ़ गई है, क्योंकि उनके एग्जाम की तैयारियां रुक गई हैं। इस कोचिंग सेंटर में करीब 1000 बच्चे पढ़ते थे, जो कि जेईई और एडवांस परीक्षा की तैयारी कर रहे थे।