नारनौल। समाज आज भी दहेज जैसी कुप्रथाओं से बंधा हुआ है। दहेज के लिए हत्या और तलाक जैसे मामले सामने आते रहते हैं। इन कुरीतियों से ऊपर उठकर धौलेड़ा निवासी पूर्व सरपंच रामनिवास आर्य व उनकी पत्नी कांता देवी ने अनूठा उदाहरण पेश किया है। रक्षा मंत्रालय के सहायक अनुभाग अधिकारी बेटे ऋषभ यादव की शादी में न तो दहेज लिया और न ही कोई सामान। उनका कहना है बहू पढ़ी–लिखी है तो इससे बड़ा दहेज कुछ नहीं हो सकता। दूल्हे के पिता रामनिवास यादव गांव धौलेड़ा के सरपंच रह चुके हैं और समाजसेवा एवं आर्य समाज का प्रचार–प्रसार भी करते रहते हैं।
दूल्हा रक्षा विभाग में, दुल्हन मैथ की लेक्चरर
पूर्व सरपंच ने अपने बेटे की शादी नारनौल के उत्सव विवाह स्थल में की। ऋषभ की शादी नारनौल के कैलाश नगर निवासी गजराज यादव (गैस वाले) की बेटी तनीषा से हुई है। ऋषभ रक्षा मंत्रालय में सहायक अनुभाग अधिकारी हैं। वहीं तनीषा राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय नांगल चौधरी में गणित व्याख्याता हैं। ऋषभ और तनीषा की शादी उनके परिवार की पसंद से हुई है।
आर्य समाजियों ने पौधा भेंट कर सम्मानित किया
यह वैदिक विवाह संस्कार सार्वदेशिक आर्य प्रतिनिधि सभा नई दिल्ली के प्रधान स्वामी आर्यवेश एवं स्वामी आदित्यवेश के ब्रह्मत्व में संपन्न हुआ। उन्होंने नवदंपति को आशीर्वाद देते हुए कहा संस्कार ही जीवन का आधार है। आप दोनों का संस्कारयुक्त जीवन ही संतान निर्माण में अहम योगदान रहेगा। इसलिए आप दोनों का जीवन सदा उच्च विचारों से युक्त होना चाहिए। विवाह संस्कार डॉ. वीरेंद्र कुमार शास्त्री, वीरसेन शास्त्री एवं रामपाल शास्त्री ने संपन्न करवा कर नवदंपति को त्रिवेणी पौधा भेंटकर पर्यावरण स्वच्छ रखने का संदेश देते हुए आशीर्वाद दिया। इस अवसर पर स्वामी आर्यवेश, स्वामी आदित्यवेश, स्वामी हसानंद, आर्य नेता विरजानंद बहरोड, डॉ. सोमदत्त व्याख्याता अंग्रेजी, डॉ. चतर सिंह, प्राचार्य डॉ. आरएन यादव, सत्यपाल शर्मा, सत्यपाल दहिया, प्रिंसिपल वीरेंद्र सिंह डीएवी स्कूल तथा लड़की पक्ष से कृष्ण कुमार, रोहतास, दीपांशु, संजय, राजकुमार समेत सैकड़ों गणमान्य जनों ने नवदंपति को आशीर्वाद दिया।