Logo
हरियाणा में कैथल जिले के कलायत में जजपा के वरिष्ठ नेता डॉ. प्रीतम सिंह कौलेखां का 22 वर्षीय बेटा बाथरूम में नहाया गया था। वहां गैस गीजर की वजह से बनी गैस में बेसुध हो गया। 8 दिन इलाज के बाद भी उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।

कलायत। कैथल के कलायत के वरिष्ठ जजपा नेता डॉ. प्रीतम सिंह कौलेखां के 22 वर्षीय बेटे सौमित्र की गैस गीजर के कारण बाथरूम में गैस बनने से मौत हो गई। युवक नहाने के लिए स्नानघर में गया हुआ था। जब काफी देर तक बाथरूम से बाहर नहीं आया तो परिजनों को अनहोनी का आभास हुआ। खिड़की को तोड़कर युवक को बाहर निकाला गया और उसे तुरंत एक निजी अस्पताल में दाखिल करवाया गया। वहां से युवक को चंडीगढ़ के एक अस्पताल में रेफर कर दिया गया, जहां इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।

आठ दिन तक चला इलाज, नहीं बच सकी जान

यह हादसा 23 जनवरी को हुआ था, लेकिन अभी तक युवक का इलाज चल रहा था। 31 जनवरी को युवक की इलाज के दौरान मौत हो गई। युवक का अंतिम संस्कार उनके गांव में ही किया गया। संस्कार में आसपास के नेताओं सहित शहर व गांवों के लोग भारी संख्या में पहुंचे। पूर्व उप मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने भी संस्कार में पहुंचकर परिजनों को सांत्वना दी। परिजनों ने बताया कि युवक बाथरूम में बनी कार्बन मोनो ऑक्साइड गैस के कारण बेहोश हो गया था। उसके बाद से लगातार वेंटिलेटर पर था। सौमित्र ने राजकीय कॉलेज कैथल से ग्रेजुएशन की डिग्री की हुई थी। उसके बाद आगे भी शिक्षा ग्रहण कर रहा था।

कौन हैं डॉ. प्रीतम सिंह

गौरतलब है कि डॉ. प्रीतम सिंह कलायत स्थित श्री रैदास तख्त के प्रधान भी हैं। उन्होंने बीते चुनाव में जजपा की टिकट से विधायक का चुनाव लड़ा था। इससे पूर्व वे इनेलो में रहते हुए भी विधायक का चुनाव लड़ चुके हैं। युवक की मौत पर जिले के विभिन्न दलों के नेताओं ने शोक प्रकट किया।

गैस गीजर की गैस कैसे है जानलेवा

गैस गीजर का प्रयोग करने से कार्बन मोनोऑक्‍साइड गैस बनती है। यदि बाथरूम में वेंटिलेशन सही नहीं है तो वहां मौजूद व्‍यक्ति की दम घुटने से जान जा सकती है। कार्बन मोनोऑक्‍साइड गैस से लाल रक्‍त कोशिकाओं को नुकसान पहुंचता है। इस वजह से सांस लेने में दिक्‍कत, घबराहट, सिर दर्द और सोचने की क्षमता कम होने लगती है। लोग बेहोश हो जाते हैं और ज्यादा देर होने पर जान भी जा सकती है। 
 

5379487