US Deportation Issue: अमेरिका ने 5 फरवरी को सेना के विमान से 104 भारतीयों को वापस भेजा है। जिनमें से करीब 33 लोग हरियाणा के भी है। वहीं इनमें से सबसे ज्यादा 14 लोग केवल कुरुक्षेत्र जिले के बताए जा रहे हैं। इसके अलावा कैथल, पानीपत और फतेहाबाद समेत कई जिलों के युवा शामिल है। इनमें से कई ही कहानी हैरान करने वाली है। किसी ने कभी नहीं सोचा था कि उन्हें हथकड़ी और बेड़ियों में जकड़कर एक कैदी की तरह भारत भेजा जाएगा। इससे न सिर्फ इन लोगों के सपने चकनाचूर हुए है। बल्कि, इनके माता-पिता भी लाखों रुपयों के कर्ज में डूब गए हैं। अब परिवार के लोगों को भी समझ नहीं आ रहा है कि वो अपने कर्ज के पहाड़ को अपने सिर से कैसे उतारेंगे।
12 दिन बाद ही अमेरिका से भेजा गया वापस
खबरों की मानें, तो कुरुक्षेत्र के इस्माइलाबाद में रहने वाले मनजीत सिंह ने अपने बेटे रोबिन को अमेरिका भेजने के लिए 45 लाख रुपये का कर्ज लिया था। उन्हें नहीं पता था कि वह अपने बेटे के भविष्य को संवारने के लिए नहीं बल्कि, उसकी और अपनी जिंदगी तबाह करने के लिए अमेरिका भेज रहे हैं। बताया जा रहा है कि मनजीत एजेंट की बातों में फंस गए और उनके बेटे रोबिन ने 8 जुलाई 2023 को अमेरिका के लिए अपनी यात्रा शुरू की। वह पहले दिल्ली से मुंबई, गुयाना, ब्राजील, पेरू और एक्वाडोर पहुंचे। इसके बाद समुद्री रास्ते से उसे अमेरिका के नजदीक ले जाया गया। सफर के दौरान उन्होंने कई कठिनाईयों का सामना किया। लेकिन असली मुसीबत तो वहां जाकर शुरू हुई। चार देशों की थकाऊ यात्रा के बाद वह 12 दिन पहले ही अमेरिका पहुंचे और इसी बीच उनके पैरों में बेड़ियां डालकर अपमानजनक तरीके से सैन्य विमान से भारत भेज दिया गया।
इकलौते बेटे को विदेश भेजने के लिए पिता ने बेची थी जमीन
फतेहाबाद के दिगोह के गगनप्रीत भी गुरुवार सुबह अपने घर वापस लौट आए हैं। वह अपने माता-पिता का इकलौता बेटा है और सितंबर 2022 में स्टूडेंट वीजा पर इंग्लैंड गया था। इसके बाद उसने 17 दिसंबर को अमेरिका के लिए डंकी लगाई थी और 23 जनवरी को ही वह अमरीका पहुंचा था। इसके लिए उसके पिता ने अपनी करीब ढाई एकड़ जमीन बेची थी।
जमीन बेचकर पांच साल में पहुंचा था अमेरिका
ऐसे ही कहानी करनाल के मूनक के जानी गांव के सतबीर की है। वह डंकी रास्ते से चार दिन पहले ही अवैध रूप से अमेरिका में दाखिल हुआ था। उसे भी बुधवार को डिपोर्ट कर दिया गया। बताया जा रहा है कि सतबीर (38) करीब पांच वर्ष पहले अपने हिस्से की जमीन बेचकर एक एजेंट के माध्यम से विदेश चला गया था। इसके लिए उसने कई छोटे-छोटे देशों का सफर किया और वह पांच साल तक अमेरिका जाने के लिए भटकता रहा। वह डंकी के सहारे अमेरिका पहुंच भी गया। लेकिन, वहां पहुंचने के लिए 4 दिन बाद ही उसे पकड़ लिया गया और भारत वापस भेज दिया गया।
35 लाख का कर्ज लेकर अमन गया था अमेरिका
अमेरिका से डिपोर्ट किए गए लोगों ने कैथल का अमन भी शामिल है। वह भी 35 लाख रुपये का कर्ज लेकर अमेरिका गया था और पांच महीने पहले ही डंकी के रास्ते से अमेरिका में दाखिल हुआ था। हालांकि, उसे भी गिरफ्तार कर डिपोर्ट कर दिया गया है।
साहिल के पिता ने भी लिया था 45 लाख का कर्ज
खबरों की मानें, तो कैथल के धुंधरेहड़ी निवासी साहिल भी डिपोर्ट होने वालों में शामिल है। उसके पिता चरण सिंह का कहना है कि उन्होंने अपने बेटे साहिल को करीब छह महीने पहले ही 40 लाख का कर्ज लेकर डंकी से अमेरिका भेजा था। हालांकि, वह तभी से ही अमेरिकी पुलिस की हिरासत में था। अब उसे वापस भेज दिया गया है।