रेवाड़ी: वार्ड नंबर पांच में ढाबा मालिक ने फांसी का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली। ढाबा मालिक ने आत्महत्या (suicide) से पहले एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें अपनी मौत के लिए एक वकील व हेड कांस्टेबल सहित चार लोगों को जिम्मेदार ठहराया। सूचना पाकर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेज दिया। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर चारों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए जांच शुरू कर दी।
वकील व हेड कांस्टेबल को ठहराया जिम्मेदार
बस स्टैंड के पास ढाबा चलाने वाले कालू शर्मा ने घर में फांसी का फंदा लगाकर आत्महत्या की। कालू के भाई बाबूलाल ने बताया कि मृतक की जेब से एक सुसाइड नोट मिला है। दो पेज के सुसाइड नोट (Suicide Note) में उसने प्रवीन, सुनील, जसबीर और अनिल को आत्महत्या के लिए मजबूर करने का आरोप लगाया है। इनमें से एक वकील व एक हेड कांस्टेबल बताया जा रहा है। पुलिस ने चारों आरोपियों के खिलाफ केस दर्ज करते हुए सुसाइड नोट को जांच के लिए एफएसएल टीम के पास भेज दिया।
खेत में युवक ने फंदा लगाकर की आत्महत्या
जींद के गांव बख्ता खेड़ा निवासी कप्तान सिंह रात को घर से लापता हो गया। सुबह जब आसपास के किसानों ने खेत में उसके शव को पेड़ पर लटकते हुए देखा तो इसकी सूचना परिजनों और पुलिस को दी। सूचना पाकर जुलाना पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए जींद के सामान्य अस्पताल में भिजवाया। जुलाना थाना प्रभारी मुरारीलाल ने बताया कि पुलिस को सूचना मिली थी कि बख्ता खेड़ा गांव में एक युवक ने पेड़ से लटक कर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची और शव को कब्जे में लेकर जांच शुरू कर दी।