वक्फ बोर्ड या भूमाफिया : रोहतक में वक्फ बोर्ड के अधीन पुरानी, ऐतिहासिक व प्राकृतिक धरोहर पीर बोधी तालाब पर मिलीभगत से भूमाफिया कब्जा कर रहा है। 32.5 एकड़ जमीन अब सिमटकर महज 3 एकड़ ही रह गई है। इसे भी मिट्टी डालकर भरा जा रहा है और प्लॉट काटने की तैयारी है। इसे लेकर रोहतक शहर के कांग्रेस विधायक बीबी बतरा ने रविवार को प्रेस कान्फ्रेंस कर भूमाफिया पर कार्रवाई करने की मांग की।
120 पहले ग्रामीणों ने बनाया था
पत्रकारवार्ता में विधायक बीबी बतरा ने कहा कि गोहाना रोड पर पीर बोधी तालाब करीब 120 साल पहले बनाया गया था। अंग्रेजों के समय जब अकाल पड़ा तब ग्रामीणों ने इसे बनाया था। इसके बाद अब बरसाती पानी को यहां छोड़ा जाता है, लेकिन भू-माफिया की इस जमीन पर नजर है और लगातार इस पर कब्जा हो रहा है। तालाब में मिट्टी डालकर इसे भर रहे हैं ताकि प्लाट काटे जा सके।
वक्फ बोर्ड को 1991 में दी थी जमीन
बतरा ने बताया कि यहां पर पीर बोधी की मजार होने के कारण 1991 में यह जमीन कांग्रेस ने वक्फ बोर्ड को दी थी। वक्फ बोर्ड ने इस जमीन को लीज पर दे दिया था। इसके बाद भू-माफिया ने इस जमीन पर कब्जा करना शुरू कर दिया। तालाब को भी मिट्टी भरकर बेहद सिकोड़ दिया गया है। तालाब की यह जमीन करीब 32.5 एकड़ थी, जिसमें से 12 एकड़ पर तालाब और बाकी पर कृषि होती थी। भू-माफिया व वक्फ बोर्ड की मिलीभगत के चलते अब यहां करीब 3 एकड़ जमीन ही बची है।
सरकार अपने कब्जे में ले जमीन
बतरा ने सरकार से मांग की कि इस जमीन को सरकार वक्फ बोर्ड से वापस लेकर अपने कब्जे में ले और जो भी इस मामले में दोषी हैं, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। सुप्रीम कोर्ट के साफ निर्देश हैं कि पुराना धरोहरों को सहेज कर रखना है। बतरा ने कहा कि बजट सत्र में 17 बिंदुओं को वे सदन के पटल पर उठाएंगे। राजीव गांधी खेल स्टेडियम के रखरखाव का मुद्दा भी विधानसभा में उठेगा।