सोनीपत: कुंडली थाना क्षेत्र के साफियाबाद में नवमी पर्व के दौरान पड़ोस में खाना-खाने गए मासूम बच्चे के सामने दंपति ने लापरवाही बरतते हुए तेजाब रख दिया, जिसे बच्चे ने पी लिया। बच्चा घर पर दस घंटे तक तड़पता रहा। परिजन बच्चे को लेकर नरेला के राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में पहुंचे, जहां चिकित्सक ने उसे मृत घोषित कर दिया। मामले की सूचना मिलते ही मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। पुलिस ने आरोपित दंपति के खिलाफ लापरवाही का मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू की।
बेटे की अचानक हुई तबीयत खराब
लखीमपुर उत्तर प्रदेश हाल में सफियाबाद निवासी हरिपाल ने बताया कि वह फैक्टरी में नौकरी करता है। 11 अक्टूबर को महानवमी पर्व पर घर से ड्यूटी पर चला गया। उसकी पत्नी भी ड्यूटी पर चली गई। करीब 11 बजे उसके पास कॉल आई कि उसके बेटे की तबीयत खराब है। वह अपने घर पर पहुंचा। उसके बाद वह नरेला राजा हरिश्चंद्र अस्पताल में बच्चे को लेकर पहुंचा, जहां चिकित्सक ने उसके बेटे को मृत घोषित कर दिया। उसे जानकारी मिली कि उसके पड़ोसी महेंद्र व नीलम ने अपने कमरे में खाना बना रखा था। पड़ोसियों ने उसके बच्चों को खाने पर बुलाया था।
तेजाब पीने से हुई मौत
हरिपाल ने बताया कि पड़ोसी महेंद्र व नीलम ने उसके बेटे के पास पानी के जग के साथ बोतल में तेजाब रख दिया। जिसे उसके बेटे ने पी लिया। इसके बाद उसके बेटे प्रिंस की तबीयत खराब हो गई। महेंद्र व नीलम की लापरवाही के चलते उसके बेटे की मौत हो गई। सूचना के बाद मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम करवाकर परिजनों को सुपुर्द कर दिया। जांच अधिकारी एचसी रविंद्र ने बताया कि मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। आरोपितों के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया है। जल्द से जल्द आरोपित के खिलाफ आगामी कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।