ED Team Visits Jharkhand CM Hemant Soren's Residence: जमीन घोटाले में घिरे झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन से पूछताछ करने के लिए प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की टीम सोमवार सुबह उनके दिल्ली स्थित सरकारी आवास पर पहुंची। हालांकि सोरेन वहां नहीं मिले। एजेंसी का कहना है कि हेमंत सोरेन ने 9 बार ईडी के समन को नजरअंदाज किया। आधी रात को वे अपना घर छोड़कर कहीं अज्ञात जगह चले गए। ईडी की टीम सुबह 7 बजे सोरेन के घर पहुंची थी। उनके मौजूदा लोकेशन का पता लगाया जा रहा है। फिलहाल टीम जरूरी कागजात खंगाल रही है।
रांची में मुख्यमंत्री आवास और भाजपा दफ्तर की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिसकर्मियों की छुट्टी रद्द कर दी गई है। दोपहर तीन बजे हेमंत सोरेन की पार्टी प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती है।
#WATCH | Ranchi: Security heightened outside Jharkhand CM Hemant Soren's residence. pic.twitter.com/Pzo8pF8Xwz
— ANI (@ANI) January 29, 2024
27 जनवरी को जारी हुआ 10वां समन
ईडी ने 27 जनवरी को हेमंत सोरेन को 10वां समन जारी किया है। सोरेन ने ईडी को ईमेल पर पूछताछ के लिए समय दिया है। उन्होंने 31 जनवरी को दोपहर एक बजे पूछताछ के लिए समय निर्धारित किया है। मुख्यमंत्री कार्यालय (सीएमओ) के करीबी सूत्रों ने कहा कि सोरेन जांच एजेंसी के साथ पूछताछ सत्र के लिए उपलब्ध होंगे। ईडी ने कहा कि अगर सोरेन 29 जनवरी या 31 जनवरी को पूछताछ के लिए नहीं आए तो वह उनसे संपर्क करेगी।
केंद्रीय एजेंसी ने पहले सोरेन को 27 से 31 जनवरी के बीच किसी भी तारीख पर जांच में शामिल होने के लिए कहा था, लेकिन कोई जवाब नहीं आया। इसलिए नया समन जारी किया गया।
20 जनवरी को दर्ज हुए थे बयान
जमीन घोटाला मामले में ईडी ने पहली बार 20 जनवरी को सोरेन का बयान दर्ज किया था। एजेंसी की टीम रांची में उनके आधिकारिक आवास पर पहुंची थी। लगभग सात घंटे चली पूछताड के दौरान हेमंत सोरेन के बयान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किए गए थे।
#WATCH | On JMM's protest against ED action in the state, Jharkhand Governor CP Radhakrishnan says, "ED has its own duty and I personally feel that the party should not get involved in this type of action. This is creating unnecessary tension between the two political parties.… pic.twitter.com/mpV0RgtT5J
— ANI (@ANI) January 29, 2024
राज्यपाल बोले- जवाब तो देना ही होगा
झारखंड के राज्यपाल सीपी राधाकृष्णन ने कहा कि अगर मुख्यमंत्री आज जवाब नहीं दे रहे हैं तो उन्हें कल जवाब देना होगा। एक सच्चे नागरिक के रूप में हमें आज्ञा माननी चाहिए। कानून व्यवस्था की स्थिति बहुत संतोषजनक नहीं है। मैं ये बात कई बार व्यक्त कर चुका हूं। कार्रवाई तो करनी ही पड़ेगी।