Pharma Policy in MP: मप्र सरकार की मोहन यादव सरकार आकर्षक फार्मा पॉलिसी बनाने जा रही है। एमपी में 250 फार्मेसी और 35 मेडिकल कॉलेज संचालित हैं। रायसेन के तामोट, ग्वालियर के बिलोवा में प्लास्टिक पार्क तथा रतलाम में वृहद फार्मा बायोटेक केमिकल जोन विकासित किया जा रहा है। यह बाद शुक्रवार को मुख्यमंत्री मोहन यादव ने मुंबई में आयोजित इंडिया केम 2024 के 13वीं द्विवार्षिक अंतरराष्ट्रीय प्रदर्शनी और सम्मेलन में कही।
मध्यप्रदेश में 275 से अधिक फार्मा यूनिट्स स्थापित हैं और 160 से ज्यादा देशों में दवाएं निर्यात हो रही हैं। दवा निर्यात करने में मध्यप्रदेश का देश में चौथा स्थान है।
— Chief Minister, MP (@CMMadhyaPradesh) October 18, 2024
देश की टॉप फार्मा कंपनी में से 6 की यूनिट मध्यप्रदेश में स्थापित हैं : CM@MoHFW_INDIA@DrMohanYadav51@dcpc2017… pic.twitter.com/KgEGhQEu9g
सीएम ने बताया कि 2023-24 में मध्य प्रदेश ने 11 हजार 889 करोड़ के फार्मा प्रोड्क्ट एक्सपोर्ट किए हैं। झाबुआ में मेघनगर में केमिकल उद्योग के लिए आधुनिक अधोसंरचना, धार के बदनावर में पीएम मित्रा पार्क और भोपाल-ग्वालियर में केंद्रीय पेट्रो रसायन अभियांत्रिकी एवं प्रौद्योगिकी संस्थान सीपेट की शाखाएं स्थापित की गई हैं।
सीएम ने बीना स्थित भारत पेट्रोलियम पेट्रो केमिकल परियोजना और गेल इंडिया की परियोजना सहित अन्य अधोसंरचना से अवगत कराया। कार्यक्रम में केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा, राज्य मंत्री अनुप्रिया पटेल, गुजरात के सीएम भूपेंद्र पटेल, ओडिशा के सीएम मोहन चरण माझी भी उपस्थित रहे।
सीएम मोहन यादव ने कहा, मप्र में केमिकल, फार्मा, पेट्रो-केमिकल और प्लास्टिक जैसे उद्योगों के लिए बेहतरीन ईको-सिस्टम विद्यमान है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने बीना में भारत पेट्रोलियम की 50 हजार करोड़ से अधिक की पेट्रो-केमिकल परियोजना का भूमि-पूजन किया। प्रदेश में 35 हजार करोड़ की गेल इंडिया की वृहद पेट्रो-केमिकल परियोजना का काम तेजी से जारी है। इससे 25 हजार व्यक्तियों को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रोजगार मिलेगा।
रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव में उद्योग समूहों ने निवेश के लिए की पहल
- मुख्यमंत्री ने कहा, प्रदेश में औद्योगिकीकरण तथा निवेश के क्षेत्र में केंद्र सरकार के साथ कदम से कदम मिलाकर चलने के लिए प्रदेश में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव का आयोजन आरंभ किया गया है। अब तक उज्जैन, जबलपुर, ग्वालियर और सागर में रीजनल इंडस्ट्री कॉन्क्लेव हो चुकी हैं। अगली इंडस्ट्री कॉन्क्लेव शीघ्र ही रीवा में होगी।
- मुख्यमंत्री ने कहा, मप्र में सभी प्रकार के उद्योगों के लिए संभावनाएं विद्यमान है। उद्योग समूहों तथा निवेशकों को इससे अवगत कराने और राज्य सरकार की नीतियों के बारे में बताने के उद्देश्य से मुंबई सहित कोयंबटूर, बैंगलुरू और कोलकाता में रोड- शो किए गए हैं। प्रदेश में निवेश के लिए कई उद्योग समूहों ने पहल की है।
- मुख्यमंत्री ने कहा, पेट्रो केमिकल क्षेत्र में मध्यप्रदेश प्रगति करेगा। राज्य सरकार स्टेट ऑफ दी आर्ट पेट्रो-केमिकल इन्वेस्टमेंट रीजन बनाने की योजना पर भी कार्य कर रही हैं।