Janman campaign PM Modi Virtual Dialogue : मध्यप्रदेश के शिवपुरी जिले की ललिता आदिवासी महिला सशक्तिकरण की मिसाल हैं। चंबल के पिछड़े इलाके में रहने वाली ललिता की माली हालत भी बहुत अच्छी नहीं थी, लेकिन अपनी सूझबूझ और सरकार की योजनाओं का लाभ लेकर न सिर्फ अपनी किस्मत बदली, बल्कि आस-पड़ोस की अन्य महिलाओं को भी आत्मनिर्भर बना दिया। ललिता ने अपने बदलाव की कहानी 15 जनवरी को दोपहर 12 बजे वर्चुअल संवाद में प्रधानमंत्री मोदी को भी सुनाई। इस कार्यक्रम से ललिता काफी उत्साहित हैं। उनके साथ समूह की अन्य महिलाएं भी जनमत अभियान संवाद कार्यक्रम में शामिल हुईं।
पीएम श्री @narendramodi द्वारा 'पीएम-जनमन' के अंतर्गत पीएम आवास योजना - ग्रामीण के 1 लाख लाभार्थियों को पहली किस्त का हस्तांतरण एवं लाभार्थियों से संवाद कार्यक्रम। https://t.co/dXLW8zPaFM
— BJP (@BJP4India) January 15, 2024
उन्नत खेती से तीन गुना बढ़ी इनकम
ललिता आदिवासी ने बताया कि कुछ साल पहले तक उनके पास रहने को पक्का मकान तक नहीं था। खेती किसानी से जो आय हो जाती थी, उसी से परिवार का भरण पोषण होता था। जब से आजीविका मिशन से जुड़ी जीवन ही बदल गया। परिवार की आय तो बढ़ी ही अन्य लोगों की भी मदद कर पा रही हूं। आदिम जाति कल्याण विभाग और आजीविका मिशन की मदद से ट्रैक्टर, थ्रेसर, रोटाबेटर सहित अन्य कृषि उपकरण खरीदे, जिसकी मदद से उन्नत खेती होने लगी। इससे उत्पादन तो बढ़ा ही, किराए से भी अच्छी खासी इनकम हो जाती है। ललिता ने बताया कि जिस खेत से पहले 50 हजार तक की आय होती थी, वहां से अब डेढ़ लाख के करीब उत्पादन लेते हैं।
अनुदान पर बैंक लोन लेकर खरीदे उपकरण
ललिता सहरिया जनजाति से आती हैं और शिवपुरी जिले के हातौद गांव में रहती हैं। जो विकास के मामले में काफी पिछड़ा हुआ है। आजीविका मिशन की जानकारी लगी तो सबसे पहले उन्होंने महिलाओं का समूह बनाया और हर माह उनकी बैठक कर कुछ रुपए एकत्रित किए। फिर बैंक लोन लेकर खेती किसानी के उकरण खरीदे और उन्नत तकनीक से खेती करने लगीं। वह किसान सम्मान निधि, आवास योजना, आयुष्मान भारत जैसी अन्य योतनाओं का लाभ लेने के लिए भी प्रेरित कर रही हैं।
ललिता आदिवासी ने बताया कि कुछ साल पहले तक उनके पास रहने को पक्का मकान तक नहीं था। खेती किसानी से जो आय हो जाती थी, उसी से परिवार का भरण पोषण होता था। जब से आजीविका मिशन से जुड़ी जीवन ही बदल गया। परिवार की आय तो बढ़ी ही अन्य लोगों की भी मदद कर पा रही हूं। आदिम जाति कल्याण विभाग और आजीविका मिशन की मदद से ट्रैक्टर, थ्रेसर, रोटाबेटर सहित अन्य कृषि उपकरण खरीदे, जिसकी मदद से उन्नत खेती होने लगी। इससे उत्पादन तो बढ़ा ही, किराए से भी अच्छी खासी इनकम हो जाती है। ललिता ने बताया कि जिस खेत से पहले 50 हजार तक की आय होती थी, वहां से अब डेढ़ लाख के करीब उत्पादन लेते हैं।
अनुदान पर बैंक लोन लेकर खरीदे उपकरण
ललिता सहरिया जनजाति से आती हैं और शिवपुरी जिले के हातौद गांव में रहती हैं। जो विकास के मामले में काफी पिछड़ा हुआ है। आजीविका मिशन की जानकारी लगी तो सबसे पहले उन्होंने महिलाओं का समूह बनाया और हर माह उनकी बैठक कर कुछ रुपए एकत्रित किए। फिर बैंक लोन लेकर खेती किसानी के उकरण खरीदे और उन्नत तकनीक से खेती करने लगीं। वह किसान सम्मान निधि, आवास योजना, आयुष्मान भारत जैसी अन्य योतनाओं का लाभ लेने के लिए भी प्रेरित कर रही हैं।
PM मोदी का लाइव संवाद
- प्रधानमंत्री मोदी ने नमस्कार, जोहार..से संबोधन शुरू किया। कहा देश में इस समय उत्सव का महौल है। मकर संक्रांति लोहड़ी...सहित अन्य त्योहारों से हर कोई उत्साहित है। मैं आपसे बात करके खुश हूं। अयोध्या में भगवान राम का भव्य मंदिर बन रहा है। इस मौके पर एक लाख अति पिछड़े जनजातीय परिवारों के बैंक खाते में पक्के घर के लिए रुपए ट्रांसफर किए जा रहे हैं। मैं सभी त्योहारों की बधाई देता हूं। आज से आपके खुशियाें की शुरूआत हो रही है। कोशिश करें जल्द से जल्द काम शुरू हो और इस बार की दीपावली अपने नए घर में ही मनाएं। इस राशि में कोई हिस्सा मांगे तो एक रुपए मत देना। यह आपका है।
- प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, मेरा सौभाग्य है कि अयोध्या में भगवान राम का मंदिर बनने जा रहा है। आप भी जब राम का अनुसरण करेंगे तो माता सबरी की भी आराधाना होती है। राम जब अयोध्या से निकले तो रास्ते में निषादराज, माता शबरी सहित अन्य लोगों का साथ मिला। माता शबरी के बिना भगवान राम की कथा अधूरी है। वह तभी भगवन बन पाए जब शबरी के झूठे बेर खाए। आदिवासी भाई बहनों के कल्याण से ही देश का कल्याण संभव है। पिछले दो माह में चार करोड़ पक्के मकान बनाकर दिए हैं। जिन लोगों को किसी ने कभी पूछा नहीं, उन्हें मोदी पूछता भी है और पूजता ही है।
- भगवान बिरसा मुंडा की जयंती पर इस योजना को शुरू किया तो काफी चुनौतियां लग रही थीं, लेकिन सरकार अफसरो की कार्यकुशलता के चलते यह सब संभव हो पाया। उन्होंने सभी अधिकारी कर्मचारियों को धन्यवाद दिया। कहा, जो काम वर्षाें तक नहीं कर पा रहे थे अब उन्होंने मन बना लिया है। पहाड़ी क्षेत्र में गरीब परिवारों का कल्याण हो रहा है। मेरा संकल्प पूरा हो रहा है।
- प्रधानमंत्री ने बताया, अभियान का नाम जनमन इसलिए रखा है। क्योंकि जन मतलब आप सभी भाई बहन और मन मतलब मन की बात। यानी आपके मन की बात पूरा करने के लिए सरकार 23 हजार करोड़ रुपए खर्च करने जा रही है। देश का विकास भी तभी संभव है, जब देश के 190 जिलों में रहने वाले 80 हजार लोगों से ज्यादा जनजातीय परिवानों को आयुष्मान कार्ड, 30 हजार से ज्यादा पीएम किसान सम्मान निधि, 40 हजार से अधिक बैंक खाते, 30 हजार को केसीसी, 11 हजार से ज्यादा को पट्टे दिए गए हैं। यह सब दो महीने में ही संभव हो सका है। आगे भी कोशिश जारी रहेगी।
महिला लाभार्थियों ने बताई बदलाव की कहानी
- दक्षिण भारत की स्वामी गारू ने लखपति बनने की कहानी सुनाई। प्रधानमंत्री ने बधाई दी। कहा, देशभर में आप जैसे दो करोड़ महिलाओं को लखपति बनाने जा रहा हूं। स्वामी ने बताया, गांव में पक्की सड़कें नहीं थीं। आज सब बदल गया है। प्रधानमंत्री ने कहा, गांव में काफी कुछ हुआ है। केंद्र सरकार अब गांवों के समग्र विकास का प्लान तैयार कर रही है। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा, इतना लंबा तो भाजपा के नेता भी बिना कागज देखे नहीं बोल पाते। गांव में किस किस को योजना का लाभ मिल रहा है। स्वामी ने बताया कि गांव में घर-घर साफ पानी, 450 रुपए में गैस कनेक्शन सहित अन्य योजनाओं का लाभ मिल रहा है।
- शिवपुरी की ललिता आदिवासी से प्रधानमंत्री ने परिवार और गांव के बारे में पूछा। ललिता ने बताया, वह गांव की अन्य महिलाओं का समूह बनाकर आजीविका मिशन में पंजीयन कराया। जहां सरकार की योजनाओं के बारे में पता चला। आज उन्नत खेती कर रहे हैं। गांव में गौशाला संचालन की जिम्मेदारी मिली है। सस्ता राशन, पक्का मकान, किसान सम्मान निधि सहित अन्य लाभ मिल रहे हैं। प्रधानमंत्री मोदी ने पूछा, पक्के घर का सपना पूरा हो रहा है। आज पहली किस्त मिलने जा रही है। कैसा लग रहा? इस पर ललिता ने धन्यवाद दिया। कहा, सहरिया जनजाति और महिलाओं के लिए आपने इतना सोचा। बहुत बहुत आभार। स्व समूह से आर्थित लाभ के साथ व्यक्तिगत विकास भी हुआ है। आज मैं इतना बढ़िया बोल पा रही हूं। समूह की देन है।
- शिवपुरी दाहोद की विद्या देवी ने बताया कि जब मेरी शादी हुई थी गांव में पीने के लिए पानी नहीं था। दूर-दूर जाना पड़ता था। शादी के बाद पहली बार पिता जी आए तो उनसे कहा कहां पटक दिया। गांव में अब पानी टंकी बन गई, सस्ता अनाज, गैस कनेक्शन, मुफ्त इलाज सहित अन्य सुविधाएं मिल रही हैं। गांव में पहले कोई बीमार हो जाए तो अस्पताल पहुंचना मुश्किल होती थी। अब काॅल करो तो एम्बुलेंस गांव आ जाती है। गांव में आंगनबाड़ी है, स्कूल है। अस्पताल बनवाए जाने की जरूरत हैं। प्रधानमंत्री ने कहा, विद्या आपने तो विद्या को आत्मसात कर लिया है। गांव के विकास का जो मॉडल दिखाया है, उसे देशभर में दिखाया जाएगा। ललिता और विद्या की बातें सुन प्रधानमंत्री मोदी मंत्रमुग्ध हो गए और कहा, मुझे आप लोगों से संवाद कर बहुत अच्छा लगा।
- नासिक महाराष्ट्र की एकलव्य आवासीय स्कूल की छात्रा भारती नारायण ने हिंदी में प्रधानमंत्री से बात की। कहा, मेरे यहां कुंभ मेला लगता है। भगवान राम का मंदिर है। स्कूल में सभी प्रकार की सुविधाएं मिलती हैं। स्कूल में खेल मैदान है, अच्छा भोजन-पानी मिलता है। गांव 15 किमी दूर है, लेकिन महौल इतना बढ़िया है कि छह महीने तक घर नहीं जाते। शिक्षक इतने समझदार हैं कि परिवार की याद ही नहीं आती। मैं IAS अफसर बनना चाहती हूं। बड़े भाई भाऊ से प्रेरणा मिली है, जो 6 से 12 तक गांव की स्कूल में पढ़ा और बच्चों को पढ़ता है। भाई नहीं बन पाया इसलिए मैं बनना चाहती हूं। बड़ा भाई भी एकलव्य स्कूल में पढ़ा है। गांव के दो तीन बच्चे और हैं, जो एकलव्य स्कूल में पढ़े हैं।
- भारती नारायण के भाई भाऊ ने प्रधानमंत्री को बताया कि मैं भी सीबीएससी बोर्ड के एकलव्य आवासीय विद्यालय में पढ़ा हूं। और अब बच्चों को बढ़ा रहा हूं। मैं चाहता हूं कि समाज के हर बच्चे को बेहतर शिक्षा मिले, ताकि पढ़ लिखकर वह अपने परिवार का जीवन स्तर सुधार सके। जनमन योजना से काफी कुछ बदल रहा है। जरूरतमंदों को पक्के आवास मिल रहे हैं। घरों तक शुद्ध पानी पहुंच रहा है। हर घर में बिजली, गैस, सस्ता राशन, आयुष्मान कार्ड भी मिला है।