Maharashtra: महाराष्ट्र में एक बार फिर बुर्का पर विवाद खड़ा हो गया है। बुधवार (29 जनवरी) को भाजपा नेता और महाराष्ट्र सरकार में मंत्री नितेश राणे ने बोर्ड परीक्षा केंद्रों में छात्रों को बुर्का पहनकर प्रवेश करने पर रोक लगाने की मांग की। इसके लिए उन्होंने शिक्षा मंत्री दादा भुसे को पत्र लिखा है। नितेश राणे आरोप लगाया कि परीक्षा केंद्रों पर बुरका पहनने के कारण नकल की घटनाएं बढ़ रही हैं।
नितेश राणे ने बुर्का पर बैन लगाने के लिए लिखा पत्र
नितेश राणे ने कहा, "हमारी सरकार तुष्टिकरण की राजनीति बर्दाश्त नहीं करेगी। हिंदू छात्रों पर जो नियम लागू होते हैं, वही मुस्लिम छात्रों पर भी लागू होने चाहिए। जो लोग बुर्का या हिजाब पहनना चाहते हैं, वे इसे अपने घर में पहन सकते हैं, लेकिन परीक्षा केंद्र में सभी छात्रों को एक समान नियमों का पालन करना चाहिए। महाराष्ट्र में नकल को बढ़ावा नहीं दिया जाएगा, इसलिए मैंने मंत्री को पत्र लिखा है।"
Maharashtra Minister Nitesh Rane writes to Education Minister Dada Bhuse requesting that no one should be allowed to enter the 10th and 12th state board examination centres wearing burqa, citing concerns about potential cheating. pic.twitter.com/LkH4RRNxU0
— ANI (@ANI) January 29, 2025
महाराष्ट्र में सुप्रीम कोर्ट का फैसला
9 अगस्त 2024 को सुप्रीम कोर्ट ने मुंबई के एक कॉलेज के फैसले पर रोक लगा दी थी, जिसमें हिजाब, बुर्का, नकाब और टोपी पर प्रतिबंध लगाया गया था।
कर्नाटक में पहले लग चुका है हिजाब पर बैन
2022 में कर्नाटक सरकार ने स्कूलों और कॉलेजों में हिजाब बैन लागू किया था, जिससे मुस्लिम छात्रों ने भारी विरोध किया था। यह मामला कोर्ट में तक पहुंच गया था, जहां कर्नाटक हाई कोर्ट ने हिजाब बैन को बरकरार रखने का फैसला सुनाया था। कोर्ट ने कहा था कि हिजाब इस्लाम में आवश्यक धार्मिक प्रथा नहीं है। हालांकि, सरकार बदलने के बाद कांग्रेस ने इस प्रतिबंध को ढीला कर दिया।