Ravindra Singh Bhati: राजस्थान के शिव विधानसभा सीट से निर्दलीय विधायक रविंद्र सिंह भाटी ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को एक पत्र लिखा है। उन्होंने पत्र में रेल मंत्री से बड़ी मांग रखी है। जानें पत्र में क्या लिखा?
रविंद्र सिंह भाटी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिखकर अपने सोशल मीडिया के एकाउंट एक्स पर शेयर किया है। जिसमें लिखते हुए मांग की है कि भारत के पहले छोर पर अवस्थित रेलवे स्टेशन के बारे मे आपको अवगत करवाना चाहूंगा, जो भारतीय रेलवे को गौरवशाली इतिहास एवं अपनी विशिष्ट सामरिक अवस्थिति में एक विशेष स्थान रखता है। उन्होंने लिखा कि बाड़मेर जिले का गडरारोड़ रेलवे स्टेशन, जहां भारत ही नहीं बल्कि वैश्विक इतिहास का एकमात्र ऐसा मेला भरता है, जो रेलवे के कर्मचारियों की शहादत में आयोजित किया जाता है।
1965 के भारत-पाक युद्ध में भारत की पश्चिमी सीमा पर कर्तव्य निभाते हुए मातृभूमि की सेवा में अपने प्राणों की बलि देने वाले रेलवे के अमर शहीद 17 कार्मिकों के शहादत दिवस पर कोटि कोटि नमन।
— Ravindra Singh Bhati (@RavindraBhati__) September 9, 2024
गत दिवस माननीय मंत्री जी को 1965 के भारत-पाक युद्ध में शहीद हुए रेलवे कार्मिकों की याद में… pic.twitter.com/SFFB6LVPVq
1965 की घटना का किया जिक्र
भाटी ने 1965 के भारत-पाक युद्ध का जिक्र करते हुए लिखा कि इस दौरान जहां एक तरफ दुर्गम रेगिस्तान में हमारे जांबाज सिपाही दुश्मनों से लड़ रहे थे। वहीं, इस लड़ाई में एक बड़ा योगदान रेलवे कर्मचारियों का भी रहा है। 09 सितंबर,1965 का दिन था, जब सैनिकों तक युद्ध सामग्री पहुंचाना जरूरी था, इस दौरान बाड़मेर से रेलवे कर्मचारियों के साथ ही सेना के जवान रेल से अपना सामान लेकर गडरारोड के लिए रवाना हुए थे। लेकिन रेल जैसे ही गडरारोड़ की गोलाई में पहुंची तो, अचानक आसमान से बमबारी और गोलाबारी शुरू हो गयी।
शहीदों के सम्मान में म्यूजियम बनाने की रखी मांग
यह गोलाबारी पाकिस्तानी वायुसेना द्वारा की जा रही थी, जिसकी वजह से रेल के अंतिम कोच में आग लग गयी। इस दौरान हमारे रेलवे के जाबांज कर्मचारी अपनी बहादुरी का परिचय देते हुए कोच को रेल से अलग कर रेलगाड़ी को रवाना किया। उस कोच में अधिकतर रेलवे के कर्मचारी सवार थे, जिनमें से 17 रेलवे कार्मिकों ने देश की रक्षा के लिए अपना सर्वोच्च बलिदान दिया। जिनकी शहादत को याद करने के लिए शहादत स्थल सिर्फ एक शहीद मेला ही आयोजित किया जाता है। भाटी ने केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को पत्र लिख शहीद हुए रेलवे कार्मिकों की याद में म्यूजियम बनाने की मांग की है।