Lucknow-Bhopal Expressway: उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ और मध्यप्रदेश की राजधानी भोपाल के बीच रोड कनेक्टविटी मजबूत होगी। दोनों शहरों के बीच 11,300 करोड़ की लागत से इकनॉमिक कॉरिडोर बनाया जा रहा है। इस प्रोजेक्ट के तीन चरण हैं। पहला लखनऊ-कानपुर एक्सप्रेसवे, दूसरा कानपुर-महोबा एक्सप्रेसवे, और तीसरा महोबा-भोपाल एक्सप्रेसवे शामिल हैं। एक्सप्रेस-वे बनने के बाद लखनऊ से भोपाल तक का सफर 8 घंटे में पूरा होगा। अभी यह दूरी तय करने में 15 घंटे लग जाते हैं।
आर्थिक गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
लखनऊ-भोपाल एक्सप्रेस-वे से आवगमन की सुविधा तो बढ़ेगी ही, आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। यूपी के मुख्य सचिव मनोज कुमार सिंह ने बताया कि भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (NHAI) ने अगले ढाई साल में सड़क निर्माण पूरा करने का लक्ष्य निर्धारित किया है। बुंदेलखंड के पिछड़े जिलों में विकास और रोजगार के अवसर बनेंगे।
भोपाल से कानपुर 7 घंटे में पहुंचेंगे
लखनऊ-भोपाल एक्सप्रेस वे की कुल लंबाई 526 किमी है। मध्य प्रदेश में यह 360 किमी लंबा होगा। इसे चार अलग-अलग पैकेज में बनाया जा रहा है। भोपाल से रायसेन, रायसेन से सागर, सागर से छतरपुर, और छतरपुर से महोबा होते हुए कानपुर तक फोरलेन सड़क बनाई जा रही है। इस सड़क से भोपाल और कानपुर की दूरी कम होगी। यात्रा समय भी घटकर 7 घंटे रह जाएगा।
सागर से भोपाल के बीच घटेगी दूरी
लखनऊ-भोपाल कॉरिडोर का कानपुर से करबई तक 112 किलोमीटर का हिस्सा बनकर तैयार है। करबई से सागर तक 223 किमी का फोर-टू-सिक्स लेन हाईवे निर्माण का काम चल रहा है। तीसरे चरण में सागर से भोपाल तक 150 किमी का फोरलेन बनाया जाएगा। यह सड़क बनने से सागर से भोपाल की दूरी 25 किमी कम होगी। यात्रा समय दो-ढाई घंटे तक घट जाएगा।
लखनऊ-भोपाल कॉरिडोर की चुनौतियां
लखनऊ-भोपाल कॉरिडोर में कुछ चुनौतियां भी हैं। इस सड़क का कुछ हिस्सा बांधों के जलमग्न क्षेत्रों से होकर गुजरता है। करीब 4 किमी लंबी सड़क डूब क्षेत्र में आती है। इससे परियोजना लागत बढ़ेगी, पर्यावरण संबंधी परेशानी भी बढ़ सकती हैं।
पर्यटन गतिविधियों को मिलेगा बढ़ावा
लखनऊ-भोपाल इकनॉमिक कॉरिडोर से यूपी और एमपी के बीच आर्थिक गतविधियां सुदृढ़ होंगी। साथ ही पर्यटन गतविधियों को भी मजबूती मिलेगी। खजुराहो और ओरछा आने वाले पर्यटक पन्ना और नौरादेही टाइगर रिजर्व का भी लुत्फ उठा सकेंगे। मध्य प्रदेश सागर दमोह, विदिशा भोपाल के आसपास स्थित पर्यटन केंद्रों का भ्रमण करने में भी उन्हें आसानी होगी।