CM Yogi Cabinet Meeting: मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अगुवाई में यूपी कैबिनेट की बैठक बुधवार (22 जनवरी) को प्रयागराज के त्रिवेणी संकुल अरैल सभागार में हुई। बैठक दोपहर 12 बजे शुरू हुई। कैबिनेट बैठक में विंध्य एक्सप्रेसवे, मेडिकल कॉलेज और धार्मिक सर्किट समेत कई अहम योजनाओं को मंजूरी मिली। बैठक में यूपी सरकार के सभी 54 मंत्री मौजूद रहे। बैठक के बाद सीएम योगी के साथ सभी मंत्रियों ने संगम में स्नान किया। इस बीच प्रयागराज में कैबिनेट बैठक बुलाने पर सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने सरकार पर तंज कसा। जिस पर डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्या ने पलटवार किया।
मोटरबोट के जरिए संगम तट पहुंचे मंत्री-सीएम
बैठक के बाद अरैल वीआईपी घाट से मोटरबोट के जरिए सभी मंत्री संगम तक पहुंचे। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनके मंत्रियों ने संगम में स्नान किया। वहां सभी ने विधिवत पूजन और पवित्र स्नान किया। इस मौके पर मुख्यमंत्री ने कहा कि यह आयोजन न केवल आध्यात्मिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि राज्य के विकास के लिए भी जरूरी है।
#WATCH | Uttar Pradesh CM Yogi Adityanath along with Deputy CMs Keshav Prasad Maurya, Brajesh Pathak and other cabinet ministers take a holy dip in Triveni Sangam during the ongoing #Mahakumbh in Prayagraj. pic.twitter.com/6HO9YtfLyo
— ANI (@ANI) January 22, 2025
विंध्य एक्सप्रेसवे को मिली मंजूरी
इस बैठक में कई अहम फैसले लिए गए, जिनमें मिर्जापुर से प्रयागराज तक विंध्य एक्सप्रेसवे (Vindhya Expressway) को मंजूरी प्रमुख है। यह एक्सप्रेसवे मिर्जापुर को प्रयागराज से जोड़ते हुए भदोही, वाराणसी और गाजीपुर जैसे जिलों को पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से जोड़ेगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह प्रोजेक्ट प्रदेश के इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत करेगा और क्षेत्रीय विकास को गति देगा। साथ ही गंगा एक्सप्रेसवे को प्रयागराज से जोड़ने की योजना पर भी चर्चा हुई। यह परियोजना आर्थिक और धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी।
VIDEO | Maha Kumbh 2025: UP CM Yogi Adityanath (@myogiadityanath) along with other cabinet ministers take a holy dip in the Sangam, Prayagraj.
— Press Trust of India (@PTI_News) January 22, 2025
(Full video available on PTI Videos: https://t.co/n147TvrpG7) pic.twitter.com/DIvA6Krz3i
तीन नए जिलों में मेडिकल कॉलेज की सौगात
बैठक में स्वास्थ्य सुविधाओं को लेकर बड़ा कदम उठाया गया। मुख्यमंत्री योगी ने घोषणा की कि बागपत, हाथरस और कासगंज में तीन नए मेडिकल कॉलेज (Medical Colleges) स्थापित किए जाएंगे। इसके अलावा, बलरामपुर में अटल बिहारी वाजपेयी के नाम पर केजीएमयू सैटेलाइट सेंटर को मेडिकल कॉलेज के रूप में संचालित करने का निर्णय लिया गया। डॉक्टरों की छुट्टियां रद्द कर मेला क्षेत्र में उनकी 48 घंटे की ड्यूटी अनिवार्य की गई है। इससे महाकुंभ के दौरान लाखों श्रद्धालुओं को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिलेंगी।
सात जिलों को मिलाकर बनेगा धार्मिक सर्किट
बैठक में प्रयागराज और वाराणसी समेत सात जिलों को मिलाकर एक धार्मिक सर्किट (Religious Circuit) बनाने की योजना को मंजूरी दी गई। इस सर्किट में चंदौली, गाजीपुर, जौनपुर, मिर्जापुर और भदोही को शामिल किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि यह सर्किट न केवल धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगा, बल्कि क्षेत्र के आर्थिक विकास में भी योगदान देगा। इसके तहत प्रयागराज और विंध्याचल को काशी से जोड़ने वाले नए एक्सप्रेसवे की भी योजना है।
तीन नगर निगम के बॉन्ड जारी किए जाएंगे
बैठक के दौरान मुख्यमंत्री ने घोषणा की कि प्रयागराज, आगरा और वाराणसी के नगर निगमों के बॉन्ड (Municipal Bonds) जारी किए जाएंगे। इससे इन शहरों में विकास कार्यों के लिए वित्तीय सहायता मिलेगी। साथ ही, राज्य के 62 औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों (ITIs) को अपग्रेड किया जाएगा और पांच नवाचार केंद्र स्थापित किए जाएंगे। इससे युवाओं को कौशल विकास के बेहतर अवसर मिलेंगे।
कुंभ पर अखिलेश यादव ने क्या कहा?
समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव ने महाकुंभ में हो रही कैबिनेट बैठक पर टिप्पणी की। उन्होंने कहा, "कुंभ में राजनीति नहीं होनी चाहिए। यह आयोजन पूरी तरह आध्यात्मिक होना चाहिए।" उन्होंने बीजेपी पर कुंभ के जरिए सियासी संदेश देने का आरोप लगाया। हालांकि, अखिलेश ने यह भी कहा कि समाजवादी पार्टी के लोग डुबकी लगाकर आस्था व्यक्त कर चुके हैं, लेकिन उन्होंने तस्वीरें साझा नहीं की।
केशव मौर्य का अखिलेश यादव पर पलटवार
कैबिनेट बैठक के दौरान डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने सपा प्रमुख अखिलेश यादव पर तीखा हमला किया। उन्होंने कहा, "अखिलेश यादव को दृष्टि और मानसिक दोष है। उन्हें इसका इलाज करवाना चाहिए। कुंभ पर टिप्पणी करके वे लोगों की आस्था को ठेस पहुंचा रहे हैं।" मौर्य ने महाकुंभ को राज्य की संस्कृति और विरासत का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि इस आयोजन से प्रदेश और देश की छवि को वैश्विक स्तर पर मजबूती मिलेगी।
संजय निषाद ने कुंभ को बताया गंगा पुत्रों का गौरव
निषाद पार्टी के अध्यक्ष संजय निषाद ने भी कुंभ में हो रही कैबिनेट बैठक पर खुशी जताई। उन्होंने कहा, "यह हमारे लिए गर्व का क्षण है। हम गंगा पुत्र हैं और प्रयागराज निषादराज की धरती है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जय निषादराज के नारे ने हमें पहचान दी है।" उन्होंने यह भी कहा कि यह कुंभ डिजिटल है, जो देश-दुनिया में प्रसारित हो रहा है।
कैबिनेट में इन प्रस्तावों पर लग सकती है मुहर
योगी कैबिनेट की बैठक में कई प्रस्तावों को मंजूरी मिल सकती है। 40 लाख छात्रों को टैबलेट और स्मार्टफोन देने के प्रस्ताव पर मुहर लग सकती है। आगरा में नई आवासीय परियोजना के प्रस्ताव को भी मंजूरी मिल सकती है। बलरामपुर में गवर्नमेंट मेडिकल कॉलेज, अभियोजन निदेशालय, हाथरस, बागपत और कासगंज में पीपीपी मोड पर मेडिकल कॉलेज, प्रयागराज, वाराणसी और आगरा नगर निगम का बांड और अशोक लेलैंड को भूमि मिलने का प्रस्ताव भी पास हो सकता है। टाटा टेक्नोलॉजी द्वारा 62 आईटीआई को डेवलप करने के प्रस्ताव को हरी झंडी मिल सकती है।
सीएम योगी कब, कहां जाएंगे
सीएम योगी 11:30 बजे बमरौली एयरपोर्ट पर आएंगे। हेलिकॉप्टर से अरैल स्थित त्रिवेणी संकुल पहुंचेंगे। 12 बजे कैबिनेट बैठक शुरू होगी। बैठक एक घंटे तक चलेगी। इसके बाद अरैल घाट से सीएम योगी सभी मंत्रियों के साथ मोटरबोट से संगम जेटी आएंगे और स्नान करेंगे। फिर त्रिवेणी संकुल पहुंचेंगे। सीएम करीब 3:30 बजे बमरौली एयरपोर्ट से रवाना होंगे। योगी करीब 4 घंटे मेला क्षेत्र में रहेंगे लेकिन अक्षयवट और हनुमान मंदिर के दर्शन-पूजन के लिए नहीं जाएंगे। इसके पीछे VIP मूवमेंट से श्रद्धालुओं को होने वाली दिक्कत को माना जा रहा है। स्नानार्थियों की सहूलियत को देखते हुए इस तरह का कार्यक्रम तैयार किया है।
लखनऊ से बाहर चौथी बार कैबिनेट बैठक
लखनऊ के बाहर चौथी बार कैबिनेट बैठक होने जा रही है। लखनऊ से बाहर पहली बैठक कुंभ-2019 में 29 जनवरी को हुई थी। इसके बाद वाराणसी और अयोध्या में बैठक हुई थी। अब एक बार फिर महाकुंभ नगर में बैठक होने जा रही है। 2019 में हुई बैठक में गंगा एक्सप्रेसवे समेत कई प्रस्तावों को मंजूरी मिली थी। बुधवार को होने वाली कैबिनेट बैठक में प्रयागराज को केंद्र में रखकर कई प्रस्तावों पर मुहर लगने की उम्मीद है।