New Zealand MP dance Video: न्यूजीलैंड की संसद में ट्रिटी का ध्यान खींचा। 22 साल की Maori सांसद हाना-राविति माईपी-क्लार्क (Hana-Rawhiti Maipi-Clarke) ने हाउस सेशन के दौरान विवादास्पद बिल के विरोध में उसकी कॉपी फाड़ दी। इसके बाद, उन्होंने अपने लोगों की सांस्कृतिक पहचान का प्रतीक Maori पारंपरिक नृत्य 'हाका' (Haka) भी किया, जिससे सदन में हड़कंप मच गया।
क्यों न्यूजीलैंड में ट्रिटी प्रिंसिपल बिल पर हो रहा है विवाद
ट्रिटी प्रिंसिपल बिल में न्यूजीलैंड के ट्रिटी ऑफ वाइटैंगी (Treaty of Waitangi) की कुछ अहम धाराओं में बदलाव करने का प्रस्ताव रखा गया है। 1840 में ब्रिटिश क्राउन और 500 से अधिक मेओरी (Maori) प्रमुखों के बीच हुए इस संधि को देश में कानून और पॉलिसी मेकिंग के लिहाज से एक फंडामेंटल डॉक्युमेंट माना जाता है। मेओरी (Maori) समुदाय और उनके समर्थकों का मानना है कि यह बिल उनके अधिकारों को कमजोर कर देगा। यह मेओरी कम्युनिटी की पहचान और संस्कृति के लिए खतरा है।
🔥Unprecedented & simply magnificent. That time in Nov 2024 when a haka led by Aotearoa’s youngest MP 22yo Hana-Rawhiti Kareariki Maipi-Clarke erupted in the House stopping the Treaty Principles Bill from passing its first reading, triggering the Speaker to suspend Parliament.… pic.twitter.com/pkI7q7WGlr
— Kelvin Morgan 🇳🇿 (@kelvin_morganNZ) November 14, 2024
संसद में मेओरी कम्युनिटी के लोगों ने लगाए नारे
बिल के पहले रीडिंग के दौरान हाना-राविति ने जब बिल फाड़ा, तो सदन में बैठे मेओरी कम्युनिटी के दर्शकों ने उनका समर्थन करते हुए जोर-जोर से नारे लगाए। इस विरोध प्रदर्शन के चलते सदन के स्पीकर जेरी ब्राउनली को सत्र कुछ देर के लिए रोकना पड़ा। विरोध के जरिए सांसद ने Maori समुदाय को स्पष्ट संदेश दिया कि वह अपने अधिकारों के लिए संघर्ष जारी रखेंगी।
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री का क्या है इस बिल पर रुख
न्यूजीलैंड के प्रधानमंत्री क्रिस्टोफर लक्सन (Christopher Luxon) ने भी इस मुद्दे पर अपनी प्रतिक्रिया दी। उन्होंने बिल को लेकर कहा कि “आप एक साधारण बिल के माध्यम से 184 सालों की बातचीत और समझौतों को नकार नहीं सकते।” प्रधानमंत्री के इस बयान ने यह साफ किया कि वे इस बिल को संशोधित करना या वापस लेना चाहते हैं।
Maori समुदाय निकालेगा 7 दिन का मार्च
ट्रिटी प्रिसिपल्स बिल Treaty Principles Bill के विरोध में मेओरी (Maori) समुदाय ने एक नौ-दिवसीय मार्च का भी आयोजन किया है, जिसे ‘हिकोई’ कहा जा रहा है। यह मार्च न्यूजीलैंड के उत्तरी इलाके से शुरू होकर राष्ट्रीय राजधानी वेलिंग्टन तक पहुंचेगा। इस मार्च का उद्देश्य सरकार तक अपनी बात पहुंचाना है, ताकि Maori अधिकारों की रक्षा की जा सके।
न्यूजीलैंड की दूसरी पार्टियों का क्या है रुख
न्यूजीलैंड की कोएलिशन सरकार में शामिल एसीटी न्यूजीलैंड पार्टी (ACT New Zealand Party) ने इस बिल का प्रस्ताव रखा है। हालांकि, नेशनल पार्टी (National Party) और न्यूजीलैंड फर्स्ट पार्टी (New Zealand First) पार्टी ने इसे महज पहले रीडिंग तक समर्थन दिया है। उनका कहना है कि वह इसे अंतिम कानून बनने में समर्थन नहीं देंगे।