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Shivling Par Kya Nahi Chadhana Chahiye: देवों के देव महादेव की पूजा के दौरान कई ऐसी चीजें है, जिन्हें अर्पित करना वर्जित माना गया है। कहा जाता है कि, उन चुनिंदा चीजों को महादेव को अर्पित करने से साधक को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। चलिए जानते है उन वर्जित चीजों के बारे में-

Mahashivratri 2025 Puja Niyam: आज 26 फरवरी 2025, बुधवार को महाशिवरात्रि का पर्व बड़े हार्स और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। देशभर के शिव मंदिरों में भगवान भोलेनाथ और मां पार्वती की विधि-विधान से पूजा करने का सिलसिला भी तड़के सुबह से ही प्रारंभ हो चुका है। पौराणिक मान्यताओं के मुताबिक, महाशिवरात्रि के दिन महादेव की सच्ची आस्था से पूजा करने से भक्तों की सभी मनोकामनाएं पूरी होती है। साथ ही जीवन में सुख-समृद्धि आती है। 

देवों के देव महादेव की पूजा के दौरान कई ऐसी चीजें है, जिन्हें अर्पित करना वर्जित माना गया है। कहा जाता है कि, उन चुनिंदा चीजों को महादेव को अर्पित करने से साधक को जीवन में कई तरह की समस्याओं का सामना करना पड़ सकता है। चलिए जानते है उन वर्जित चीजों के बारे में- 

शिवलिंग पर कौन सी चीज नहीं चढ़ानी चाहिए? 
(Shivling Par Kya Nahi Chadhana Chahiye)

  • तुलसी : पौराणिक मान्यताओं के अनुसार, भोलेनाथ ने माता तुलसी के पति असुर जालंधर का वध किया था। कहते है तभी से शिवलिंग पर तुलसी के पत्ते चढ़ाना वर्जित माना गया था। कहा जाता है कि, शिवलिंग पर कोई भी व्यक्ति भूल से भी तुलसी पत्ता चढ़ा देता है, तो उसे महादेव फल नहीं देते है। 
  • हल्दी : पौराणिक कथाओं के अनुसार, भगवान भोलेनाथ तपस्वी जीवन व्यतीत करते रहे है। वहीं, हल्दी विवाह जैसे मांगलिक कार्यों में इस्तेमाल होती है। भोलेबाबा राख आदि ही श्रृंगार में उपयोग लेते है। इसलिए शिवलिंग पर हल्दी लगाना वर्जित होता है। 
  • सिंदूर : शिव पुराण के अनुसार, शिवलिंग पर सिंदूर नहीं चढ़ाना चाहिए। दरअसल, सिंदूर या कुमकुम सुहागिन स्त्रियों से जुड़ा होता है। 
  • नारियल : नारियल के जल से महादेव का अभिषेक भूलकर भी नहीं करना चाहिए। भूल से भी ऐसा किया तो आर्थिक तंगी झेलनी पड़ सकती है। 
  • टूटे हुए अक्षत : शिव पूजा में टूटे हुए चावल यानी अक्षत का उपयोग नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से महादेव क्रोधित होते है और पूजा फल भी नहीं देते हैं। 
  • केतकी का फूल : पौराणिक मान्यताओं की मानें तो, एक बार केतकी के फूल ने ब्रह्मा जी के कहने पर भोलेबाबा से झूठ बोला था। तभी महादेव ने क्रोधित होकर केतकी के फूल को शिवलिंग पर चढ़ाने से वर्जित कर दिया था। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी ज्योतिष मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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