Automobile: साइलेंसर वाहन से निकलने वाले धुएं को बाहर निकालने के साथ-साथ इंजन की आवाज को भी नियंत्रित करता है। हालांकि, इसकी ऊंची कीमत के कारण यह चोरों के निशाने पर रहता है। आइए जानें कि साइलेंसर इतने महंगे क्यों होते हैं और इन्हें चोरी करने के पीछे क्या कारण हैं।
1. दुर्लभ साइलेंसर की ऊंची कीमत
कुछ विशेष मॉडल की गाड़ियों के साइलेंसर बाजार में आसानी से उपलब्ध नहीं होते, जिससे इनकी कीमत ज्यादा होती है। इनकी दुर्लभता के कारण यह चोरी होने का खतरा बना रहता है।
2. ब्रांडेड साइलेंसर की अलग पहचान
कुछ कंपनियों के साइलेंसर अपनी बेहतरीन गुणवत्ता और उच्च प्रदर्शन के लिए जाने जाते हैं। इनकी लागत अधिक होती है, जिससे यह चोरों के लिए आकर्षक लक्ष्य बन जाते हैं।
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3. महंगे मेटल का इस्तेमाल
साइलेंसर बनाने में स्टेनलेस स्टील और टाइटेनियम जैसी महंगी धातुओं का उपयोग किया जाता है। ये धातुएं साइलेंसर को मजबूत और हल्का बनाती हैं, लेकिन इससे इसकी लागत भी बढ़ जाती है।
4. जटिल डिजाइन और उच्च निर्माण लागत
साइलेंसर केवल इंजन की आवाज कम करने के लिए नहीं, बल्कि उसके प्रदर्शन को भी बेहतर बनाने के लिए डिजाइन किया जाता है। इसकी जटिल संरचना और निर्माण में लगने वाले खर्च के कारण इसकी कीमत अधिक होती है।
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5. कीमती धातुओं की मौजूदगी
साइलेंसर में लगे कैटलिटिक कन्वर्टर में प्लैटिनम, पैलेडियम और रोडियम जैसी कीमती धातुएं होती हैं। ये धातुएं प्रदूषक गैसों को कम हानिकारक गैसों में बदलने का काम करती हैं। इन धातुओं की ऊंची कीमत के कारण चोर इन्हें चुराने की फिराक में रहते हैं।
साइलेंसर की ऊंची कीमत और उसमें मौजूद कीमती धातुओं के कारण यह चोरों के लिए एक आकर्षक लक्ष्य बन जाता है। इसकी सुरक्षा के लिए वाहन मालिकों को सतर्क रहने और उचित सुरक्षा उपाय अपनाने की जरूरत है।
(मंजू कुमारी)