BPSC Re-Exam: पटना में बिहार लोक सेवा आयोग (BPSC) की 70वीं प्रारंभिक परीक्षा (PT) को लेकर छात्रों का गुस्सा बढ़ता जा रहा है। परीक्षा में कथित धांधली के विरोध में सैकड़ों अभ्यर्थी सोमवार को एक बार फिर सड़कों पर उतर आए और जोरदार प्रदर्शन किया। इस आंदोलन को प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले चर्चित शिक्षक खान सर का भी समर्थन मिला है।
री-एग्जाम कराने की मांग तेज
गर्दनीबाग धरना स्थल पर बड़ी संख्या में छात्रों ने जुटकर परीक्षा रद्द करने और दोबारा परीक्षा आयोजित कराने की मांग उठाई। प्रदर्शन कर रहे छात्रों का कहना है कि परीक्षा में अनियमितताओं के स्पष्ट प्रमाण हैं, और ऐसे में पारदर्शिता बनाए रखने के लिए पुनर्परीक्षा आवश्यक है।
VIDEO | Faisal Khan, popularly known as Khan Sir leads a protest in support of BPSC students in Patna, Bihar. Here's what he said:
— Press Trust of India (@PTI_News) February 17, 2025
"Government will benefit the most from re-exam. The demand for re-exam is not wrong."
(Full video available on PTI Videos-… pic.twitter.com/W8zkwyC8Dm
खान सर का मिला समर्थन
शिक्षक खान सर ने प्रदर्शनकारियों के समर्थन में कहा, “हम गलत नहीं मांग रहे, सिर्फ री-एग्जाम चाहते हैं। परीक्षा में धांधली हुई है और सरकार के हित में दोबारा परीक्षा कराना जरूरी है। अगर सरकार 2025 के चुनाव में नाराजगी से बचना चाहती है, तो अधिकारियों के दबाव में आए बिना सही फैसला ले। इस बार छात्र पूरी तैयारी के साथ आए हैं।”
गुरु रहमान भी आंदोलन में शामिल
छात्रों के इस प्रदर्शन को प्रतियोगी परीक्षा विशेषज्ञ गुरु रहमान का भी समर्थन मिला। उन्होंने कहा कि आज का दिन अहम है क्योंकि इस मुद्दे पर जल्द ही कोई फैसला होने की उम्मीद है। उन्होंने इसे “महाजुटान” करार दिया और बताया कि इस मामले की सुनवाई कोर्ट में भी होनी है।
#WATCH | Patna, Bihar | BPSC aspirants hold a protest march as they demand the re-examination for 70th BPSC (Bihar Public Service Commission) prelims. pic.twitter.com/LuuyN8ARXz
— ANI (@ANI) February 17, 2025
सुरक्षा व्यवस्था हुई कड़ी
बढ़ते प्रदर्शन और संभावित तनाव को देखते हुए प्रशासन सतर्क हो गया है। पटना में BJP और JDU कार्यालयों की सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पुलिस प्रशासन हर गतिविधि पर कड़ी नजर रख रहा है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके।
छात्रों की मांग
छात्रों की स्पष्ट मांग है कि परीक्षा को रद्द कर पुनर्परीक्षा कराई जाए। इस विरोध प्रदर्शन से यह साफ है कि अभ्यर्थी इस बार किसी भी सूरत में पीछे हटने को तैयार नहीं हैं। यदि उनकी मांगें पूरी नहीं हुईं, तो यह आंदोलन और बड़ा रूप ले सकता है।