Rewa: माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता एवं संचार विश्वविद्यालय के रीवा परिसर में जनसंचार विभाग द्वारा ऑडियो-विजुअल प्रोडक्शन पर दो दिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया गया। इस कार्यशाला में विद्यार्थियों को मीडिया के विभिन्न पहलुओं, खासकर रेडियो और टीवी समाचार बुलेटिन की बारीकियों से अवगत कराया गया।
कार्यशाला का उद्देश्य और गतिविधियां
पहले दिन पत्रकारिता विभाग के विभागाध्यक्ष, डॉ. संजीव गुप्ता ने विद्यार्थियों को रेडियो और टीवी बुलेटिन के विविध पहलुओं के बारे में समझाया। इस दौरान विद्यार्थियों ने रेडियो के लिए लेखन और टेलिविजन चैनल पर समाचार प्रसारण में अंतर को समझा। विशेष रूप से, रेडियो और टीवी बुलेटिन में आवाज़ के महत्व, पीटीसी (प्री-टीवी कॉमेंट्री) और स्टूडियो रिकॉर्डिंग जैसे तकनीकी पक्षों पर भी विस्तार से चर्चा की गई। कार्यशाला का प्रमुख उद्देश्य विद्यार्थियों को रेडियो और टीवी प्रोडक्शन के प्रायोगिक अनुभव से परिचित कराना था।
विद्यार्थियों ने बनाए बुलेटिन
विद्यार्थियों ने रेडियो और टीवी समाचार बुलेटिन तैयार किए। इस दौरान उन्होंने अपने बुलेटिन का आत्ममूल्यांकन भी किया और विशेषज्ञों से फीडबैक प्राप्त किया। दूसरे दिन, विद्यार्थियों ने स्टूडियो प्रोडक्शन के प्रैक्टिकल प्रशिक्षण में भाग लिया और विभिन्न बारीकियों जैसे स्टूडियो लाइटिंग, स्क्रिप्ट लेखन, समाचार प्रस्तुतकर्ता के उच्चारण और भाव-भंगिमाओं के बारे में सीखा।
तकनीकी सहयोग और विशेषज्ञों की भूमिका
इस कार्यशाला में तकनीकी सहयोग प्रदान करने के लिए कैलाश चौधरी ने स्टूडियो प्रोडक्शन के विभिन्न तकनीकी पहलुओं से विद्यार्थियों को अवगत कराया। डॉ. संजीव गुप्ता ने विद्यार्थियों को मीडिया के प्रोटोकॉल और स्टूडियो में कार्य करने के सही तरीकों के बारे में बताया।