J&K Mysterious Illness: जम्मू-कश्मीर के राजौरी जिले के बधाल गांव में रहस्यमयी बीमारी से हड़कंप मच गया है। इस बीमारी की चपेट में आने से बीते 44 दिनों में 17 लोगों की मौत हो चुकी है। गांव को डर और चिंता से भर दिया। जांच में न्यूरोटॉक्सिन मिला है। प्रशासन ने पूरे गांव को कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया है। बधाल गांव के लोग इस रहस्मय बीमारी से बेहद डरे हुए हैं। सरकार और प्रशासन इस बीमारी से निपटने में मुस्तैदी से जुट गया है। बुधवार को तीन लोगों को हेलिकॉप्टर से एयरलिफ्ट किया गया। आइए, जानते हैं इस बीमारी से अब तक क्या हुआ है और इससे निपटने के लिए क्या है तैयारियां।
बधाल गांव बना कंटेनमेंट जोन
राजौरी जिले का बधाल गांव रहस्यमयी बीमारी की चपेट में है। 7 दिसंबर से लेकर 19 जनवरी तक तीन परिवारों के 17 सदस्यों की मौत हो चुकी है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने इसे कंटेनमेंट जोन घोषित कर दिया। अब गांव को तीन अलग-अलग क्षेत्रों में बांटा गया है। प्रभावित क्षेत्रों में पुलिस और स्वास्थ्य कर्मियों की टीमें तैनात कर दी गई है। इस कदम का मकसद बीमारी को फैलने से रोकना और स्थिति पर काबू पाना है। सेना को भी गांव में स्थिति संभालने के लिए उतारा गया है। बीमारी की वजह से गांव के लोग सेना के पहरे में रहने के लिए मजबूर हैं।
बीमारी से निपटने के लिए सेना को उतारा गया है:
A mysterious illness claimed 16 lives in Rajouri,J&K since Dec 2024. In response, Indian Army stepped in to provide relief and support to the affected families.
— Fatima Dar (@FatimaDar_jk) January 19, 2025
A testament to the Army's unwavering commitment to service & unyielding support in crisis!pic.twitter.com/U2a3YkFV9O
जिन घरों में मौतें हुईं, उन्हें सील किया गया
प्रशासन ने गांव को तीन हिस्सों में बांटकर अलग-अलग कंटेनमेंट जोन बनाए हैं। पहला जोन उन परिवारों के लिए है, जिनमें मौतें हुई हैं। इन घरों को सील कर दिया गया है। दूसरे जोन में उन लोगों को रखा गया है, जो प्रभावित व्यक्तियों के संपर्क में आए हैं। इन्हें सरकारी मेडिकल कॉलेज राजौरी में शिफ्ट कर दिया गया है। तीसरे जोन में बाकी गांव के लोगों को शामिल किया गया है। यहां सभी पर नजर रखने के लिए पुलिस और मेडिकल स्टाफ तैनात है। सेंट्रल फोरेंसिक सांइस लैबोरेट्री (CFSL) चंडीगढ़ की एक टीम गांव में पहुंचकर लोगों की जांच कर रही है।
गांव में पहुंची CFSL की टीम, देखें Video:
#WATCH | Rajouri, J&K | CFSL (Central Forensic Science Laboratory, Chandigarh) team deployed for investigation as 17 deaths have been reported in Budhal village since December 2024 due to a 'mysterious illness.' pic.twitter.com/uOJx0x1A4w
— ANI (@ANI) January 22, 2025
प्रशासन ने संभाली खाने-पीने की जिम्मेदारी
गांव में भीड़ जुटाने पर पूरी तरह से पाबंदी है। किसी भी सार्वजनिक या निजी समारोह की अनुमति नहीं दी गई है। कंटेनमेंट जोन में भोजन और पानी तक की जिम्मेदारी प्रशासन ने संभाल ली है। घरों में पहले से मौजूद खाने-पीने के सामान के इस्तेमाल पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। प्रशासन ने सभी संदिग्ध खाद्य पदार्थों को जब्त करने का आदेश दिया है। यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि किसी भी हाल में लोग संक्रमित सामग्री का सेवन नहीं करें।
बुधवार को तीन लोगों को एयरलिफ्ट किया गया:
J&K: Badhal village declared as 'Containment Zone'
— India Strikes YT 🇮🇳 (@IndiaStrikes_) January 22, 2025
Mystery illness has majorly affected Rajouri, #JammuKashmir . So far 17 deaths are recorded due to unknown illness.
Houses of affected families are sealed, and as per recent updates 3 patients are airlifted.#Rajouri #India pic.twitter.com/ieUFnzQI94
उमर अब्दुल्ला ने की गांव के लोगों से मुलाकात
जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने हाल ही में गांव का दौरा किया। अब्दुल्ला ने मृतकों के परिजनों से मुलाकात कर हरसंभव मदद का भरोसा दिया। उमर ने कहा, “हमें इस सवाल का जवाब चाहिए कि यह सब कैसे हुआ?” उन्होंने कहा कि यह मामला बीमारी तक सीमित नहीं हो सकता। केंद्र सरकार की टीम और एसआईटी जांच कर रही है। जल्द ही स्थिति स्पष्ट होने की उम्मीद है।
CM J&K, @OmarAbdullah reaches Budhal village in #Rajouri where 17 people have died till date due to a mysterious illness
— DD NEWS JAMMU | डीडी न्यूज़ जम्मू (@ddnews_jammu) January 21, 2025
“Police has set up a special investigation team & the Centre has also sent a specialised team to probe the cause of deaths”, said CM J&K@DDNewslive @diprjk pic.twitter.com/n4AsSpMICo
जांच में मिला न्यूरोटॉक्सिन पदार्थ
स्वास्थ्य मंत्री सकीना मसूद ने बताया कि मृतकों के नमूनों में न्यूरोटॉक्सिन पाया गया है। हालांकि, अभी तक यह स्पष्ट नहीं हो सका कि मौतें किस वजह से हुई हैं। नेशनल लेवल के हेल्थ संस्थान, जैसे ICMR, NCDC और DRDO, इस मामले की गहराई से जांच कर रहे हैं। पानी और खाद्य पदार्थों की जांच की जा रही है, लेकिन अब तक कोई जहरीला तत्व नहीं मिला है।
#WATCH | Rajouri, J&K | NCDC (National Centre for Disease Control), ICMR (Indian Council of Medical Research) teams are deployed for investigation as 16 deaths have been reported in Budhal village since December 2024 due to a 'mysterious illness.' pic.twitter.com/gwcfRmgk7B
— ANI (@ANI) January 21, 2025
केंद्र सरकार ने गठित की टीम
गृह मंत्रालय ने मामले की जांच के लिए इंटर मिनिस्ट्रीयल टीम का गठन किया है। टीम में स्वास्थ्य, कृषि, रसायन और जल संसाधन मंत्रालय के विशेषज्ञ शामिल हैं। यह टीम न केवल मौतों के कारणों का पता लगाएगी, बल्कि ऐसी घटनाओं को रोकने के उपाय भी सुझाएगी। इससे पहले 15 जनवरी को स्थानीय पुलिस ने भी एसआईटी बनाई थी, जो इस रहस्यमयी बीमारी की तह तक जाने का प्रयास कर रही है।