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Bhagwan Ko Dekhne Ka Tarika: 20वीं सदी के महान संत रहे नीम करोली बाबा ने न सिर्फ स्वयं सादगी से जीवन जिया बल्कि अपने अनुयायियों को भी सादगीभरे जीवन जीने के तरीके बताये। इसी दौरान उन्होंने भगवान को प्राप्त करने के लिए लोगों को अपनी महत्वकांछाओं को त्यागने की बात कही।

Neem Karoli Maharaj: महान संत और आध्यात्मिक गुरु नीम करोली बाबा के उपदेश जनमानस में फैले हुए है। मेटा के संस्थापक मार्क जुकरबर्ग से लेकर भारतीय क्रिकेट के दिग्गज विराट कोहली और उनकी अभिनेत्री पत्नी अनुष्का शर्मा भी बाबा नीम करोली के अनुयायियों में शामिल है। ऐसे और भी कई बड़े नाम है, जो बाबा नीम करोली के विचारों को जीवन में जगह देते है। बाबा नीम करोली को उनके अनुयायी हनुमान जी का अंश अवतार मानते है, और उन्हें पूजते है। सोशल मीडिया पर अधिकांश तस्वीरों में कंबल ओढ़कर दिखाई देने वाले बाबा नीम करोली के आश्रम जाकर भक्त उन्हें कंबल ही अर्पित करते है। 

नीम करोली बाबा के देश-विदेश में लाखों अनुयायी मौजूद है, जो किसी न किसी तरह से अधिक से अधिक लोगों तक उनके विचारों को फैलाने का काम कर रहे हैं। नीम करोली बाबा आज शारीरिक रूप से धरती पर मौजूद नहीं है, लेकिन उत्तराखंड स्थित कैंची धाम पर आज भी भक्तों का तांता लगा रहता है। 

भगवान को देखने का तरीका
(Bhagwan Ko Dekhne Ka Tarika) 

बाबा नीम करोली ने अपना पूरा जीवन हनुमान जी को समर्पित कर दिया था। उन्होंने बेहद सादगी भरा और सरल जीवन व्यतीत किया। बाबा नीम करोली में आस्था रखने वाले भक्त बताते है कि, बाबा को कई सिद्धियों की प्राप्ति थी। कहा जाता है कि, वह स्पर्श मात्र से दीन -दुखियों के कष्टों का निवारण कर देते थे। 

20वीं सदी के महान संत रहे नीम करोली बाबा ने न सिर्फ स्वयं सादगी से जीवन जिया बल्कि अपने अनुयायियों को भी सादगीभरे जीवन जीने के तरीके बताये। इसी दौरान उन्होंने भगवान को प्राप्त करने के लिए लोगों को अपनी महत्वकांछाओं को त्यागने की बात कही। ऐसा कर ही ईश्वर को देखा जा सकता है। 

डिस्क्लेमर: यह जानकारी सामान्य मान्यताओं पर आधारित है। Hari Bhoomi इसकी पुष्टि नहीं करता है।

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