champions trophy 2025: टीम इंडिया चैंपियंस ट्रॉफी 2025 में दुबई में ग्रुप स्टेज के अपने सभी मुकाबले मुकाबले खेलेगी, जिसकी शुरुआत 19 फरवरी से होगी। भारतीय स्क्वॉड में 5 स्पिन और तीन तेज गेंदबाजों को शामिल किया गया है, जिससे सेलेक्शन को लेकर सवाल उठ रहे। पाकिस्तान, जो भारत के ग्रुप में है और संभवतः दो मुकाबले खेलेगा, ने केवल एक स्पिनर को चुना है जबकि भारत ने 5 स्पिन गेंदबाजों को जगह दी है। इसी वजह से भारत के इस रणनीति की चर्चा हो रही।
यूएई के तीन प्रमुख क्रिकेट स्टेडियम- शारजाह, दुबई और अबू धाबी- धीमे विकेटों के लिए जाने जाते हैं, लेकिन हर वेन्यू की अपना खासियत है। दुबई इंटरनेशनल क्रिकेट स्टेडियम अपनी विशाल कंक्रीट संरचना के कारण सबसे अलग है। पूर्व भारतीय क्रिकेटर और यूएई टीम के पूर्व कोच रॉबिन सिंह के मुताबिक, दुबई में यह इस पर निर्भर करता है कि आप किस पिच पर खेल रहे। स्टेडियम की छाया का असर पिच पर पड़ता है, जिससे कुछ विकेट अन्य की तुलना में धीमे हो सकते हैं।
स्पिन गेंदबाजों का रोल अहम
ILT20 में दुबई कैपिटल्स के मुख्य कोच हेमांग बदानी बताते हैं कि उन्होंने टूर्नामेंट के दौरान 4 तेज गेंदबाजों और दो स्पिनरों के साथ शुरुआत की थी लेकिन बाद में एक अतिरिक्त स्पिनर को टीम में शामिल करना पड़ा क्योंकि पिच धीमी हो गई थी। दोपहर 2:30 बजे से शुरू होने वाले मुकाबलों में स्पिनरों को मदद मिलने की संभावना है।
तेज गेंदबाजों की चुनौती
दुबई के मैदानों पर क्रॉस-वेंटिलेशन न होने से तेज गेंदबाजों को अधिक स्विंग नहीं मिलती, जो अबू धाबी और शारजाह में होता है। लेकिन रॉबिन सिंह का मानना है कि रात के समय तेज गेंदबाजों को मदद मिल सकती है। उन्होंने कहा कि अगर कोई तेज गेंदबाज सही लेंथ पर गेंदबाजी करता है, तो वह कामयाब हो सकता है। भारतीय तेज गेंदबाजों में से मोहम्मद शमी को ऐसी कंडीशन रास आ सकती है और वो यहां असरदार साबित हो सकते हैं।
आंकड़ों की जुबानी, दुबई की पिच की कहानी
अब तक दुबई में खेले गए 58 वनडे में तेज गेंदबाजों ने 463 विकेट झटके हैं जबकि स्पिन गेंदबाजों के खाते में 320 विकेट आए हैं। तेज गेंदबाजों का औसत 28.62 और इकॉनमी रेट 4.78 है जबकि स्पिनरों का औसत 30.17 और इकॉनमी रेट 4.25 है। यह दिखाता है कि तेज गेंदबाज यहां अधिक प्रभावी रहे हैं।
बल्लेबाजी के लिए फायदेमंद कंडीशंस
पिच धीमी होने के बावजूद, यह भारतीय उपमहाद्वीप की तरह ज्यादा टर्न नहीं देती। दिन में स्पिन गेंदबाजों को मदद मिलेगी, लेकिन बल्लेबाजी गहरी होनी जरूरी होगी। यही कारण है कि भारत ने वरुण चक्रवर्ती को एक अतिरिक्त बल्लेबाज की जगह टीम में शामिल किया है। इसके अलावा, रवींद्र जडेजा, अक्षर पटेल और वॉशिंगटन सुंदर में से दो को अंतिम एकादश में जगह मिलने की संभावना है।