Virat Kohli: भारत के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली अपनी कमियों को लेकर पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर से टिप्स ले रहे हैं। विराट कोहली लंबे समय से ऑफ स्टंप के बाहर की गेंदों पर संघर्ष करते रहे हैं। ऑस्ट्रेलिया में भी वह बार-बार एक तरह की गलतियां करते रहे और अपना कीमती विकेट खोते रहे।
चैंपियंस ट्रॉफी से पहले कोहली ने अपनी समस्या पर काम शुरू कर दिया है। विराट कोहली भारत के पूर्व बल्लेबाजी कोच संजय बांगर के साथ मिलकर अपनी कमियों को सुधार कर रहे हैं। विराट कोहली भारत के महान क्रिकेटरों में शामिल है। हाल के कुछ वर्षों में खराब प्रदर्शन के बाद से उन पर रिटायरमेंट का दबाव बन रहा है। हालांकि उनकी फिटनेस काफी अच्छी है।
चैंपियंस ट्रॉफी से पहले विराट कोहली दिल्ली की तरफ से रणजी ट्रॉफी का एक मुकाबला खेलेंगे। वह 30 जनवरी को रेलवे के खिलाफ मैच खेलेंगे। बीसीसीआई ने सभी भारतीय क्रिकेटरों को घरेलू क्रिकेट खेलने के निर्देश दिए हैं।
Virat Kohli is working hard in the nets with Sanjay Bangar. ✌🏼#ViratKohli pic.twitter.com/0h0Qmtf2F3
— Samar (@SamarPa71046193) January 26, 2025
विराट कोहली के अलावा रोहित शर्मा, यशस्वी जयसवाल, शुबमन गिल, ऋषभ पंत और रवींद्र जड़ेजा रणजी ट्ऱॉफी खेल चुके। हालांकि इनमें से रवींद्र जडेजा ही सफल रहे। उन्होंने 12 विकेट चटकाए और 38 रन बनाए। इसके अलाव शुबमन गिल ने 102 रन की पारी खेली। विराट कोहली ने बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी की 9 पारियों में सिर्फ 190 रन बनाए। 36 वर्षीय कोहली ऑफ स्टंप चैनल के अंदर और बाहर डिलीवरी के खिलाफ तकनीकी मुद्दों से निपट रहे हैं।
यदि कोई भारतीय क्रिकेट सर्किट के जानकार लोगों से बात करता है, तो वे आपको उस सहज स्तर के बारे में बताएंगे, जो कोहली राष्ट्रीय टीम में अपने 5 वर्षों के दौरान बल्लेबाजी कोच बांगर के साथ साझा करते थे। 2014 से 2019 के बीच कोहली ने अपने 80 अंतरराष्ट्रीय शतकों में से अधिकांश शतक बनाए हैं। बांगर के कार्यकाल के बाद से विराट के प्रदर्शन में गिरावट आई है। पिछले 5 सालों में उन्होंने सिर्फ 2 टेस्ट शतक ठोके हैं।
बैकफुट पर कोहली का फोकस
कोहली गर्दन में मोच की वजह से रणजी ट्रॉफी के आखिरी दौर में नहीं खेल पाए थे। उन्होंने अपनी लय वापस पाने के लिए बांगर को बुलाया। खुद बांगर ने मुंबई शहर से दूर विराट कोहली का ट्रेनिंग कैंप किया। बांगर ने कोहली को बैकफुट पर उछाल लेती हुए गेंदों के खिलाफ मजबूत करने का अभ्यास किया। विराट कोहली फ्रंट-फुट खिलाड़ी हैं, उन्हें कवर-ड्राइव खेलने की आदत है। पिछले कुछ वर्षों में वह बैकफुट स्ट्रोक अच्छे से नहीं खेल पा रहे हैं।