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दिल्ली के पूर्व शिक्षा मंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने विधानसभा क्षेत्र के लिए शिक्षा का घोषणा पत्र जारी कर दिया है। इस घोषणा पत्र में सिसोदिया ने स्कूल और छात्रों की सुविधाओं को लेकर कई बड़े वादे किए हैं। पढ़िए घोषणा पत्र में क्या है शामिल...

Delhi Elections 2025: दिल्ली विधानसभा चुनाव से पहले आम आदमी पार्टी के नेता मनीष सिसोदिया ने जंगपुरा विधानसभा क्षेत्र के लिए शिक्षा का घोषणा पत्र जारी किया है। शिक्षा को महत्व देते हुए उन्होंने शिक्षा घोषणा पत्र में सरकारी और सहायता प्राप्त स्कूलों का कायाकल्प करने का वादा किया है। सिसोदिया ने कहा कि उन्होंने दिल्ली में शिक्षा मंत्री के तौर पर काम करते हुए दिल्ली के सभी बच्चों को अच्छी शिक्षा देने के लिए एक ठोस नींव तैयार की है। उन्होंने कहा कि अब जंगपुरा से विधायक बनने के बाद इस क्षेत्र के स्कूलों में क्रांतिकारी बदलाव लाने के लिए काम करेंगे।

दो नए स्कूल बनाने का वादा

मनीष सिसोदिया ने शिक्षा की घोषणा पत्र का ऐलान करते हुए कहा कि जंगपुरा क्षेत्र विधानसभा क्षेत्र स्कूलों की क्रांति के लिए काम करेंगे। उन्होंने दावा किया कि चुनाव जीतने के बाद अपने चुनाव क्षेत्र में सराय काले खां और हजरत निज़ामुद्दीन में सभी सुविधाओं से सुसज्जित दो नए स्कूल बनाए जाएंगे। सरकारी स्कूलों की तरह ही उनके विधानसभा क्षेत्र के सभी सहायता प्राप्त स्कूलों में शिक्षा की सभी सुविधाएं दी जाएंगी।

घोषणा पत्र में सिसोदिया ने किए कई वादे

मनीष सिसोदिया ने अपने घोषणा पत्र में बताया कि नया स्कूल और वर्तमान स्कूलों में नई बिल्डिंग समेत अन्य सुविधाएं दी जाएंगी। फिरोज शाह कोटला में और हरि नगर आश्रम के स्कूल में नई बिल्डिंग बनाई जाएगी, जहां पर 12वीं क्लास तक के बच्चे पढ़ाई कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि सभी स्कूलों में पर्याप्त संख्या में टीचर्स रहेंगे।

इसके साथ ही सिसोदिया ने कहा कि स्कूलों में बेहतर सुरक्षा और सफाई के लिए स्कूलों में सिक्योरिटी गार्ड और सफाई कर्मचारी होंगे तैनात किए जाएंगे। इसके साथ ही स्कूलों में पढ़ाई करने वाले बच्चों को शिक्षा प्रोग्रेस को भी ट्रैक किया जाएगा और यह सुनिश्चित किया जाएगा कि शिक्षा निदेशालय सहायता प्राप्त सभी स्कूलों को स्कूलों की ग्रांट समय से वितरित करे।

प्राइवेट स्कूल को अपनी मर्जी से फीस बढ़ाने की इजाजत नहीं

मनीष सिसोदिया ने घोषणा पत्र जारी करते हुए भरोसा दिलाते हुए कहा कि किसी भी प्राइवेट स्कूल को अपनी मर्जी के मुताबिक फीस बढ़ाने की इजाजत नहीं होगी। स्कूल में पढ़ाने वाले टीचर्स के लिए सम्मान, सुविधाएं और ट्रेनिंग के भी अवसर दिए जाएंगे। इसके साथ ही डीआईईटी दरियागंज को आधुनिक ट्रेनिंग और रिसर्च सेंटर के रूप में विकसित किया जाएगा, जिससे टीचर्स को पढ़ाने के नए तरीके के विकसित करने के लिए सपोर्ट मिल सकेगा।

उन्होंने कहा कि सभी टीचर्स और प्रिंसिपल को देश-विदेश में ट्रेनिंग के नए अवसर भी मिलेंगे। सिसोदिया ने कहा कि हर महीने शिक्षा पर चर्चा के कार्यक्रम उनके साथ सभी टीचर्स और प्रिंसिपल्स भाग ले सकेंगे।

सभी भाषाओं के टीचर रखे जाएंगे

घोषणा पत्र में कहा गया कि जिन स्कूलों में तमिल और अन्य दक्षिण भारतीय समाज के बच्चे पढ़ते हैं, उनमें उन भाषाओं के भी टीचरों की नियुक्ति की जाएगी। यहां के स्कूलों में हिंदी, अंग्रेजी, पंजाबी और उर्दू के साथ ही उन भाषाओं के भी टीचर्स को नियुक्त किया जाएगा, जो यहां पढ़ने वाले बच्चों की मातृभाषा है। सिसोदिया ने कहा कि बच्चों को अंग्रेजी में बातचीत करने के लिए स्पोकेन इंग्लिश के कोर्स शुरू किए जाएंगे और साथ ही जर्मन, फ्रेंच और जापानी भाषा के भी कोर्स शुरू किए जाएंगे।

बच्चों को डांस-ड्रामा और स्पोर्ट्स की ट्रेनिंग

आप नेता मनीष सिसोदिया ने कहा कि स्कूल की छुट्टा होने के बाद स्कूलों में डांस, ड्रामा, आर्ट्स और स्पोर्ट्स जैसे प्रशिक्षणों का आयोजन किया जाएगा, जिससे छात्रों को बहुमुखी विकास हो। उन्होंने बताया कि आईटीआई हजरत निजामुद्दीन में वर्ल्ड क्लास टेक्नोलॉजी के साथ नए कोर्स शुरू किए जाएंगे जो कि रोजगार के नए अवसर भी पैदा करेंगे।

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