Swati Maliwal on Delhi IHBAS Hospital: स्वाति मालीवाल आम आदमी पार्टी के कामकाज को लेकर जनहित में सवाल उठाती रही हैं। हाल ही में उन्होंने जलभराव और अन्य मुद्दों पर भी दिल्ली सरकार को कटघरे में खड़ा किया था। इसी क्रम में दिल्ली महिला आयोग की पूर्व अध्यक्ष और आम आदमी पार्टी की राज्यसभा सांसद स्वाति मालीवाल ने IHBAS अस्पताल का औचक निरीक्षण कर स्वास्थ्य सेवाओं की दुर्दशा पर सवाल उठाए हैं। उन्होंने सोशल मीडिया पर एक वीडियो साझा करते हुए अस्पताल की अव्यवस्थाओं को उजागर किया और दिल्ली सरकार के स्वास्थ्य संबंधी दावों पर कड़ा प्रहार किया।
मरीज ठंड में दवाई के लिए घंटों कर रहें इंतजार
स्वाति मालीवाल ने अपने पोस्ट में लिखा कि IHBAS अस्पताल में मरीजों को दवाई लेने के लिए घंटों ठंड में सड़क पर सोना पड़ता है। सुबह काउंटर खुलने के बाद भारी भीड़ किसी तरह अंदर पहुंचती है, लेकिन दवाई मिलना मुश्किल होता है। उन्होंने बताया कि अस्पताल के बाहर 70-80 साल के बुजुर्ग और महिलाएं ठंड में ठिठुरते हुए दिखे। मालीवाल ने सवाल किया कि क्या यही है बुजुर्गों और महिलाओं का सम्मान? उन्होंने अस्पताल में साफ-सफाई और पीने के पानी की कमी की ओर भी ध्यान आकर्षित किया।
दिल्ली के IHBAS अस्पताल का औचक निरीक्षण किया। लोग घंटों घंटों दवाई लेने के लिए अस्पताल के बाहर सड़क पर ठंड में सोते हैं। सुबह काउंटर खुलता है, भीड़ अंदर किसी तरह पहुँचती है तो दवा नहीं मिलती।
— Swati Maliwal (@SwatiJaiHind) December 29, 2024
इस अस्पताल के बाहर मुझे 70-80 साल के बुजुर्ग और महिलाएँ ठंड में ठिठुरते हुए मिले। ये… pic.twitter.com/ZAO4AajxN4
दिल्ली सरकार के दावों पर किया हमला
स्वाति मालीवाल ने आम आदमी पार्टी पर निशाना साधते हुए कहा कि सोशल मीडिया, रील्स और प्रेस कॉन्फ्रेंस में सब कुछ अच्छा दिखाया जाता है, लेकिन हकीकत कुछ और ही है। उन्होंने कहा, 'सच्चाई देखने की न तो नीयत है, न ही हिम्मत।'
ये भी पढ़ें: दिल्ली में विधानसभा चुनाव से पहले बढ़ा AAP का कुनबा, कांग्रेस, बीजेपी और बीएसपी के कई नेता हुए शामिल
मालीवाल लगातार कर रही हैं सवाल खड़े
यह पहली बार नहीं है जब मालीवाल ने AAP सरकार पर निशाना साधा है। इससे पहले बारिश के बाद जलभराव को लेकर भी उन्होंने सरकार पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा था कि एक दिन की बारिश ने द्वारका और विकासपुरी जैसे इलाकों की हालत खराब कर दी है। गौरतलब है कि स्वाति मालीवाल ने मुख्यमंत्री आवास पर हुई एक विवादित घटना के बाद से एक स्तर पर AAP से दूरी बना ली है। वह लगातार पार्टी की नीतियों और प्रशासनिक व्यवस्थाओं पर सवाल उठाती रही हैं।
ये भी पढ़ें: चुनाव जीतने के लिए चला रहे 'ऑपरेशन लोटस', बेईमानी से सरकार बनाने की फिराक में बीजेपी