Delhi Politics: दिल्ली में पांच फरवरी को विधानसभा चुनाव की प्रक्रिया पूरी हुई। 2025 के विधानसभा चुनाव में यमुना नदी की सफाई एक बड़ा मुद्दा रहा। सभी राजनीतिक पार्टियों ने यमुना की सफाई को लेकर बड़े-बड़े वादे किए। वहीं आम आदमी पार्टी जब सत्ता में आई थी, तब उन्होंने यमुना की सफाई और प्रदूषण को अपना अहम मुद्दा बनाया था और 2020 तक यमुना साफ करने की बात कही थी, जिसमें आम आदमी पार्टी फेल रही। हालांकि भारतीय जनता पार्टी ने दिल्ली में जीत के तुरंत बाद ही यमुना की सफाई शुरू कर दी।
#WATCH | Yamuna cleaning process underway at Delhi's ITO. pic.twitter.com/nsdbeMqsaJ
— ANI (@ANI) February 17, 2025
वहीं आतिशी ने आज एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की जिसमें उन्होंने पॉवरकट और यमुना की सफाई को लेकर भी अपनी बात रखी। इसके बाद से लोगों का कहना है कि आतिशी यमुना की सफाई का क्रेडिट लेने की कोशिश कर रही हैं।
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पॉवरकट को लेकर आतिशी ने भाजपा पर साधा निशाना
दिल्ली में पिछले दस साल से पॉवरकट नहीं लग रहे थे। 8 फ़रवरी के बाद कई इलाक़ों में 4-5 घंटे तक बिजली बंद रही। तब BJP ने कहा, अभी तो मैं CM हूँ।
— AAP (@AamAadmiParty) February 17, 2025
अब यमुना में मशीन लगाकर सफ़ाई कराई जा रही है तो कह रहे हैं कि दिल्ली सरकार तो LG साहब चला रहे हैं।
BJP पहले यह तय कर ले कि उन्हें कहना… pic.twitter.com/wjCnrKKKm0
बता दें कि दिल्ली की पूर्व मुख्यमंत्री आतिशी ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि दिल्ली में पिछला 10 साल से पॉवरकट नहीं हुए हैं। 8 फरवरी के बाद जब से दिल्ली में भाजपा की सरकार बनी है, तब से कई इलाकों में 4-5 घंटों तक बिजली नहीं आई। इस पर भाजपा ने कहा कि अभी आतिशी सीएम हैं। अब यमुना नदी में मशीनें लगाकर सफाई कराई जा रही है, तो ये लोग कह रहे हैं कि एलजी साहब दिल्ली सरकार चला रहे हैं। भाजपा को पहले ये तय करना चाहिए कि वे क्या कहना चाहते हैं? फिलहाल सच्चाई ये है कि भाजपा और एलजी वीके सक्सेना से बिजली व्यवस्था नहीं संभाली जा रही।
अपने ही बयान में फंसे केजरीवाल
हालांकि चुनाव से कुछ दिन पहले अरविंद केजरीवाल ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा था कि किसी को भी यमुना के मुद्दे पर वोट नहीं मिलने वाला है। इसके बाद भाजपा ने इस पर पलटवार करते हुए कहा था कि अरविंद केजरीवाल केवल वोट बटोरने की राजनीति कर रहे हैं और इस मुद्दे पर वोट नहीं मिलेगा, यही सोचकर यमुना की सफाई नहीं कर रहे हैं। वहीं जो काम अरविंद केजरीवाल पिछले 10 सालों में नहीं कर पाए, वो भाजपा ने चुनाव जीतने के बाद और मुख्यमंत्री बनने से पहले ही शुरू कर दिया है। यमुना के अलग-अलग घाटों पर यमुना की सफाई का काम शुरू हो चुका है।
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