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परिवहन मंत्री अनिल विज ने रोडवेज यूनियन की स्वास्थ्य जांच की मांग को स्वीकार करते हुए मेडिकल कैंप लगाने के आदेश दे दिए हैं। साथ ही, ऐसा आदेश भी दिया है, जिससे अधिकारियों में हड़कंप मचना लाजमी है।

हरियाणा के परिवहन मंत्री अनिल विज एक के बाद एक लगातार बड़े फैसले ले रहे हैं। इसी कड़ी में उन्होंने एक ऐसा आदेश दिया है, जिससे रोडवेज अधिकारियों में हड़कंप मचना लाजमी है। दरअसल, रोडवेज कर्मचारियों ने मांग की थी कि अस्वस्थ होने पर भी जबरन नौकरी में बुलाने के लिए बाध्य किया जाता है। रोडवेज कर्मचारियों की इस समस्या को संज्ञान में लेते हुए सभी रोडवेज वर्कशॉप में मेडिकल कैंप लगाने के निर्देश जारी कर दिए। साथ ही, आदेश दिए कि अगर कोई कर्मचारी बीमार होता है, तो उसे छुट्टी दी जानी चाहिए। 

हरियाणा परिवहन मंत्री अनिल विज ने स्वास्थ्य जांच शिविर लगाने के लिए परिवहन विभाग के साथ ही स्वास्थ्य विभाग को भी पत्र लिखा है। विभाग की तरफ से प्रदेश के सभी जिलों में जिला सिविल सर्जन से संपर्क करने के लिए रोडवेज जनरल मैनेजर को अधिकृत किया गया है। 

यह पायलट प्रोजेक्ट अंबाला में शुरू हो गया 

परिवहन विभाग की तरफ से हरियाणा रोडवेज कर्मचारियों के स्वास्थ्य जांच का पायलट प्रोजेक्ट अंबाला से शुरू किया गया है। इस प्रोजेक्ट के सफल होने के बाद इसे पूरे प्रदेश में लागू किया जाएगा। हाल में प्रदेश के कद्दावर नेता परिवहन मंत्री अनिल विज ने रोडवेज बस के ड्राइवरों और कंडक्टरों की स्वास्थ्य जांच के लिए विभाग के अधिकारियों को सख्त आदेश दिए थे। अनिल विज के आदेशों का पालन करते हुए अफसरों ने इस कैंप का आयोजन किया है। अब परिवहन मंत्री ने आदेश दिया है कि बीमार रोडवेज कर्मचारियों को छुट्टी दी जानी चाहिए। ऐसा न करने वालों पर सख्त कार्रवाई की जाएगी। 

रोडवेज यूनियन ने उठाई थी स्वास्थ्य जांच की मांग

बता दें कि रोडवेज यूनियन की तरफ से परिवहन मंत्री से ड्राइवरों और कंडक्टरों के स्वास्थ्य जांच को लेकर मांग की गई थी। इसके बाद विभागीय बैठक में विज ने इस मांग को स्वीकार करते हुए अफसरों को मैडीकल कैंप लगाने के आदेश दिए थे। इस मामले में अधिकारियों का कहना है कि जांच के बाद ड्राइवरों और कंडक्टरों की बीमारियों का पता चलेगा। ऐसे में अगर कोई भी कर्मचारी बीमार पाया जाता है, तो उसे आराम करने के लिए छुट्टियां भी दी जाएंगी। 

क्या पड़ेगा जनता का असर

हाल ही में कई ऐसे मामले सामने आए, जिसमें कंडक्टर या ड्राइवर की दिल का दौरा पड़ने से मौत हो गई या काम के वक्त उन्हें अचानक दौरा पड़ गया। इसके कारण पीड़ितों के साथ ही सफर करने वाले यात्रियों को भी परेशानी का सामना करना पड़ता है। ऐसे में अगर पहले से ही लोगों को उनकी बीमारियों का पता होगा, तो वो लोग समय रहते इलाज करा सकते हैं। 

प्रदेश को मिलेंगी 650 नई बसें

हाल ही में अनिल विज ने बताया था कि प्रदेश सरकार यात्रियों की सुविधा को ध्यान में रखते हुए जल्द ही 650 नई बसें खरीदेगी। इसमें 150 एसी बसें और 500 नॉन एसी बसें शामिल होंगी। इन बसों में बीएस 6 मानदंड के इंजन होंगे। इसके लिए जल्द ही हाई पावर परचेज कमेटी में अनुमोदन दिया जाएगा।

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