किसानों के लिए बड़ी खुशखबरी : हरियाणा में घटिया व नकली कीटनाशक और खाद किसानों को बेचने वालों पर बड़ा शिकंजा कसने की तैयारी की जा रही है। आने वाले दिनों में इस तरह से खाद-बीज व कीटनाशक बेचते हुए पकड़े गए तो यह गैर जमानती अपराध की श्रेणी में आएगा। इतना ही नहीं बल्कि सूबे की नायब सैनी सरकार इस तरह के लोगों पर नाममात्र का नहीं बल्कि भारी भरकम जुर्माना लगाने की तैयारी में है। इसके लिए सीएमओ में मंथन हो चुका है और साथ ही विभाग के आला अफसरों ने लीगल राय लेकर बिल का ड्राफ्ट तैयार कर लिया है। इसको इसी बार के बजट सत्र के दौरान पेश करने की तैयारी है।
100 प्रतिशत मुआवजे की तैयारी
यहां पर बता दें कि हरियाणा के राज्यपाल बंडारू दत्तात्रेय ने भी विस में साफ कर दिया था कि सरकार कृषि व्यवस्था में बदलाव की तैयारी में है। किसानों के लिए नकली खाद, बीज और कीटनाशक बड़ी चुनौती बन चुके हैं। राज्य सरकार इसे लेकर काफी गंभीर हैं। इन्हें रोकने के लिए कड़ा कानून लाने की तैयारी है, जिसमें किसानों को शत-प्रतिशत मुआवजा दिया जाएगा।
फिलहाल केवल 500 रुपये जुर्माने का प्रावधान
अभी नकली बीज, खाद और कीटनाशक बेचने वाले इसलिए बच जाते हैं क्योंकि फिलहाल पकड़े जाने की सूरत में 500 रुपये मात्र ही जुर्माना लगाया जाता है। इसलिए लोगों में किसी भी तरह का डर नहीं है। पिछले कई दशकों से इस तरह की व्यवस्था चलाई जा रही है, इसलिए इस जुर्माने को भारी रकम में बदला जाएगा। साथ ही इस तरह के कामों में लिप्त लोगों का यह अपराध गैर जमानती होगा।
केंद्रीय मंत्री शिवराज चौहान भी बनवा रहे योजना
पूरे मामले में केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज चौहान ने भी गंभीरता दिखाई है। साथ ही साफ कर दिया है कि किसानों के हितों की रक्षा के लिए नकली बीज, खाद और कीटनाशक बेचने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। चौहान का कहना है कि देश के किसानों को हर हाल में अच्छी गुणवत्ता वाले खाद, बीज व कीटनाशक मिलना सुनिश्चित किया जाएगा। चौहान ने मंत्रालय की समीक्षा बैठक के दौरान अफसरों को भी दिशा निर्देश जारी किए हैं। किसान लगातार खराब गुणवत्ता वाले कृषि उत्पाद की बिक्री संबंधी शिकायतें करते हैं, जिससे परिणामस्वरूप नुकसान होता है। नकली और घटिया कीटनाशकों, खाद और बीजों के वितरण को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करने के लिए ठोस उपाय करने का निर्देश भी जारी किया है। ऐसे दोषी लोगों के खिलाफ अभियोजन की कार्रवाई प्रभावी नहीं है, जिन्हें खुला छोड़ दिया जाता है। जल्द ही राज्य सरकारों से बात करेंगे ताकि राज्य स्तर पर लगातार कड़ी कार्रवाई की जा सके।
किसान खरीद के वक्त पक्का बिल जरूर लें
कृषि विशेषज्ञों ने सलाह दी है कि जब भी खाद खरीदें तो उसका पक्का बिल लें। कृषि अधिकारियों ने कहा कि अक्सर किसान खाद, दवाई या बीज की खरीदारी करते समय पक्का बिल नहीं लेता। जिसकी वजह से कई बार खाद की गुणवत्ता का कम होने पर किसान को पूरा फायदा नहीं मिल पाता। किसान अगर शिकायत करता है तो कार्रवाई करने के लिए पर्याप्त सबूत मौजूद नहीं रहते। इस तरह से खरीद करते समय पक्का बिल लेना चाहिए।