Cyber Fraud: रेवाड़ी में साउथ रेंज साइबर थाना पुलिस ने लाखों रुपये की ठगी करने के मामले में आरोपी को गिरफ्तार किया है। आरोपी ने फर्जी आईपीएस अधिकारी बनकर एक व्यक्ति को 20 लाख रुपये का चूना लगाया था। पुलिस इस मामले में पहले भी एक आरोपी को गिरफ्तार कर चुकी है। पुलिस ने फर्जी आईपीएस अधिकारी (आरोपी) को कोर्ट में पेश करने के बाद रिमांड पर लिया गया है। फिलहाल पुलिस इस मामले में आगे की कार्रवाई में जुटी हुई है।
क्या है पूरा मामला?
साइबर थाना पुलिस को 13 मई 2023 को दर्ज शिकायत में यादव नगर निवासी बलबीर ने बताया था कि उसके पास 7 मई 2023 को अनजान नंबर से फोन आया था। फोन करने वाले ने खुद को दिल्ली के द्वारका के सेक्टर-16 से क्राइम ब्रांच का आईपीएस राठौर बताते हुए कहा कि उसका एक अश्लील वीडियो यूट्यूब पर वायरल हो रहा है। उसके खिलाफ केस दर्ज किया गया है।
अगर उसने मीडिया से संपर्क करके वीडियो डिलीट नहीं कराया, तो उसके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी। बलबीर ने उसे बताया कि वह किसी मीडिया वाले को नहीं जानता है, तो उसने एक नंबर उपलब्ध कराया। उस नंबर पर संपर्क करने पर बताया गया कि वीडियो डिलीट कराने के लिए उसे 12100 रुपये एक नंबर पर ट्रांसफर करने होंगे। बलबीर ने उसके बताए नंबर पर यह राशि ट्रांसफर कर दी।
हजारों से शुरू हुआ खेल लाखों में पहुंचा
बलबीर के भयभीत होने का फायदा उठाते हुए साइबर ठगों ने उसे लगातार अपने जाल में फंसाए रखा। मीडियाकर्मी बताने वाले ने उसे वीडियो डिलीट करने की बात कही। इसके बाद कथित आईपीएस ने उसे बताया कि वीडियो डिलीट नहीं हुआ है। अगर जल्द वीडियो डिलीट होने की मेल नहीं आई, तो उसे गिरफ्तार किया जाएगा।
उसके बाद उससे किसी ने किसी बहाने से पैसे की मांग की जाती रही। उसका मोबाइल फोन बंद कराकर सिम तोड़कर फेंकने और दूसरे मोबाइल फोन का इस्तेमाल करने को कहा गया। हजारों रुपये ट्रांसफर कराने का खेल बाद में लाखों रुपये में बदल गया। उससे एक लाख से लेकर 8 लाख रुपये तब जमा कराए गए। कुल मिलाकर बलबीर को 19.76 लाख रुपये की ठगी का शिकार बनाया गया।
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राजस्थान से काबू किया मुख्य आरोपी
साइबर थाना पुलिस ने बलबीर की शिकायत पर केस दर्ज करने के बाद एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया था। उसके खाते में कमिशन के आधार पर बलबीर की ओर से ट्रांसफर की गई राशि जमा हुई थी। पुलिस ने अब इस मामले में मुख्य आरोपी राजस्थान के उचकी निवासी राहुल पुत्र अली मोहम्मद को राजस्थान से गिरफ्तार करने में सफलता हासिल की है। पुलिस के अनुसार राहुल ने ही फर्जी आईपीएस बनकर ठगी की वारदात को अंजाम दिया था। उसे कोर्ट से रिमांड पर लेकर पूछताछ की जा रही है। पूछताछ के दौरान ठगी की अन्य वारदातों का खुलासा होने की भी संभावना जताई जा रही है।
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