Sanjay Gandhi Hospital: संजय गांधी मेमोरियल मेडिकल कॉलेज और हॉस्पिटल रीवा में एक युवक के साथ अस्पताल कर्मचारियों द्वारा मारपीट की गई। इस घटना ने न केवल अस्पताल प्रशासन की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े किए हैं, बल्कि मरीजों और उनके परिजनों की सुरक्षा पर भी गंभीर चिंता उत्पन्न की है।
जानें पूरा मामला
बता दें, बघवार के चोरगढ़ी निवासी देवेंद्र नाथ शुक्ला अपनी बीमार मां फूलमती शुक्ला और बहन शशि मिश्रा के साथ इलाज के लिए अस्पताल पहुंचे थे। फूलमती शुक्ला के पैर में चोट लगी थी, जिस कारण उनका एक्स-रे किया गया। रिपोर्ट मिलने में हो रही देरी को देखते हुए देवेंद्र ने अस्पताल के स्टाफ से रिपोर्ट जल्दी देने का अनुरोध किया, लेकिन यह अनुरोध उनके लिए भारी पड़ गया।
स्टाफ के चार कर्मचारियों ने देवेंद्र को जबरदस्ती एक कमरे में बंद कर दिया और करीब आधे घंटे तक बेरहमी से पीटा। इस दौरान उनकी मां और बहन दरवाजे के बाहर रोती-बिलखती रहीं, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई। देवेंद्र को इतनी बुरी तरह मारा गया कि वह बेहोश हो गया। जब बहन शशि ने अपने भाई को बचाने की कोशिश की, तो उसे भी धक्का देकर बाहर कर दिया गया।
रीवा संजय गांधी सरकारी अस्पताल में डॉक्टरों ने गुंडे पाल रखे हैं। इलाज के लिए आई बुढी मां को इलाज तो मिला नहीं उसके लडके को बंधक बना कर पीटा गया। बच्चे को पीटता देख कराहरी रही बेबस लाचार मां @rshuklabjp @CMMadhyaPradesh @DrMohanYadav51 @PMOIndia @narendramodi pic.twitter.com/mYwxrNWEje
— vipin tiwari (@vipintiwari76) March 9, 2025
अस्पताल प्रशासन का बयान
घटना की जानकारी मिलने के बाद अस्पताल अधीक्षक राहुल मिश्रा ने इसे बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताया। उन्होंने कहा कि घायल युवक का इलाज किया जा रहा है और दोषी कर्मचारियों की पहचान कर ली गई है। उनके खिलाफ उचित कार्रवाई की जा रही है।
स्वास्थ्य सेवाओं पर उठते सवाल
इस घटना ने अस्पतालों में मरीजों और उनके परिजनों की सुरक्षा पर सवाल खड़े कर दिए हैं। सरकारी अस्पतालों में अक्सर मरीजों के साथ दुर्व्यवहार की घटनाएं सामने आती रहती हैं, लेकिन इस तरह की हिंसक घटनाएं चिकित्सा पेशे की गरिमा को ठेस पहुंचाती हैं।